श्रीगंगानगर/जयपुर। राज्य के किसानों को राजस्थान राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक वर्ष 2019-20 में 350 करोड़ रुपये का दीर्घकालीन कृषि ऋण वितरित करेगा। जबकि इस वर्ष किसानों को 330 करोड़ रुपये का कृषि ऋण वितरित किया जा रहा है। यह जानकारी बैंक के प्रशासक एवं अतिरिक्त रजिस्ट्रार (द्वितीय) जी एल स्वामी ने शनिवार को सहकार भवन में आयोजित की बैंक की 54 वीं आमसभा में दी।
बैंक के प्रबंध निदेशक विजय शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2018-19 में किसानों को दीर्घ कालीन कृषि ऋणों पर 7 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिये जाने की घोषणा की है जिससे किसानों को मात्रा 5.50 प्रतिशत ब्याज दर पर कृषि ऋण उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि किसानों को कृषि ऋण वितरण में किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जायेगी। शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार ने राजस्थान जनजातीय उपयोजना कृषि ऋण माफी एवं रहन मुक्ति योजना, 2018 को मंजूरी दे दी है। उन्होंने बताया कि इस योजना से लगभग 8 हजार 500 किसानों का 68 करोड़ रुपये का कृषि ऋण पूरी तरह माफ होगा तथा इन किसानों की लगभग 40 हजार बीघा जमीन रहन मुक्त होकर उन्हें वापिस मिल जायेगी। प्रबंध निदेशक ने बताया कि भूमि विकास बैंकों से कृषि ऋण लेने वाले किसानों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जा रही है और ऐसे किसानों को व्यक्तिगत दुर्घटना में 10 लाख रुपये तक का बीमा कवर मिल रहा है। उन्होंने बताया कि ऋणी किसान की प्राकृतिक मृत्यु पर उसकी 10 लाख रुपये तक की ऋण की सुरक्षा को कवर करते हुये राज्य सहकार जीवन सुरक्षा बीमा योजना प्रदान की गई है।
आमसभा में चित्तोडगढ एवं बीकानेर प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंकों को संयुक्त रूप से सर्वाधिक वसूली में प्रथम रहने, रायसिंहनगर को द्वितीय तथा बालोतरा को तृतीय स्थान पर रहने पर ट्रॉफी एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। आमसभा में इससे पहले गत आमसभा की कार्यवाही तथा वर्ष 2017-18 के अंतिम लेखों की पुष्टि की व वर्ष 2019-20 की अवधि के लिये बजट को सर्वसम्मति से पारित किया। इस अवसर पर सदस्यों ने अपने बहुमूल्य विचार रखे।
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे