नई दिल्ली(जी.एन.एस) अमेरिका में ईबी-5 वीजा कार्यक्रम के तहत स्थायी रुप से बसने का सपना देखने वालों को जल्द ही बड़ा झटका लगने वाला है। ईबी-5 वीजा कार्यक्रम के तहत अमेरिका के बाहर से आए किसी भी व्यक्ति को यहां रहने के लिए बड़ा निवेश करना पड़ता है और इस निवेश के माध्यम से पूरे परिवार समेत ग्रीन कार्ड प्राप्त किया जा सकता है। इसके तहत प्रत्येक व्यक्ति को 5 लाख डॉलर का निवेश करना होता है।
साथ ही कम से कम 10 नौकरियां भी पैदा करनी अनिवार्य होती हैं। इसके लिए अब तक न्यूनतम निवेश राशि 5 लाख डॉलर है, लेकिन इस सीमा को जल्द ही 10 लाख डॉलर तक बढ़ाया जा सकता है। अमेरिका के ईबी-5 वीजा कार्यक्रम की जानकार वीजा सुविधा देने वाली कंपनियों को 2018 में बेहतर वृद्धि की उम्मीद है। वे अमीर भारतीयों को यह बताने में लगी हैं कि वर्ष के अंत तक निवेश सीमा 5 लाख डॉलर से बढ़कर 10 लाख डॉलर हो जाएगी।
ईबी-5 वीजा कार्यक्रम के तहत यदि कोई व्यक्ति निवेश करता है तो उसे प्राथमिकता के आधार पर नागरिकता दी जाती है। हर साल इस कोटे के तहत 10 हजार वीजा जारी किए जाते हैं जबकि एक वर्ष में किसी भी देश के 700 से अधिक नागरिकों को वीजा नहीं दिया जा सकता। मौजूदा समय में भारत के लोग इस व्यवस्था के तहत चौथे सबसे बड़े आवेदक हैं। आंकड़ों के मुताबिक हर साल भारत में ईबी5 बाजार 30-40 फीसदी की दर से बढ़ रहा है और संभावना है कि अगले 3-4 महीनों में इसमें और तेजी आएगी क्योंकि वीजा लागत बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
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