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बहन और उसके आशिक ने साजिश रच कर दी पति की हत्या,पढ़े हत्या की पूरी कहानी


- एक ही घर में विवाहित दोनों बहने पुलिस की गिरफ्त मेें
- आशिक को दबोचने के प्रयास
श्रीगंगानगर। देवर के साथ नाजायज सम्बंधों में बाधा बन रहे घायल-लाचार पति को हमेशा के लिए रास्ते से हटाने के लिए एक युवती ने अपनी बहन और आशिक देवर के साथ मिलकर गहरी साजिश रची और उसे अंजाम दे डाला। हनुमानगढ़ जिले में रावतसर कस्बे में बीती रात युवक मोहनलाल उर्फ नीटू (25) की षडय़ंत्र रचकर की गई हत्या की गुत्थी को पुलिस ने चंद घंटों में सुलझा दिया। मकतूल की पत्नी और उसकी बहन को हिरासत में ले लिया गया है। आशिक देवर गुजरात के अहमदाबाद का निवासी है, जिसे दबोचने के प्रयास किये जा रहे हैं। मृतक मोहनलाल के पिता प्रेमलाल द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर आज दोपहर मुख्य अभियुक्त दिव्या (23) और उसके आशिक देवर वेदप्रकाश पर धारा 302, 201, 120 बी सपठित 34 के तहत मामला दर्ज किया गया। थानाप्रभारी मोहम्मद अनवर ने बताया कि दिव्या के साथ उसकी बड़ी बहन पार्वती को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। 


प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बे में वार्ड नं. 3 निवासी मोहनलाल उर्फ नीटू दिहाड़ी-मजदूरी के साथ-साथ कभी-कभार मिस्त्री का भी काम करता था। लगभग तीन महीने पहले एक मोटरसाइकिल हादसे में वह गम्भीर घायल हो गया। बड़ी मुश्किल से उसकी जान बच पाई। इस हादसे से मोहनलाल लाचार हो गया। वह कोई काम नहीं कर पा रहा था। बीती रात करीब 12 बजे मोहनलाल को उसके परिवारजन गम्भीर घायल अवस्था में रावतसर के सरकारी अस्पताल में लेकर आये। उसके सिर में पिछली तरफ और आगे जबड़े पर गम्भीर चोटें लगी हुई थीं। डॉक्टरों ने यह चोटें देखते ही संदेह जाहिर कर दिया कि यह गिरने से चोटें नहीं लगीं, बल्कि जान-बूझकर चोटें मारी हुई हैं। नाजुक हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने मोहनलाल को रैफर कर दिया। परिवारजन उसे हनुमानगढ़ टाऊन सिविल अस्पताल में ले गये। वहां पर भी डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। मोहनलाल को इलाज के लिए बीकानेर ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में पूरबसर के पास उसकी मौत हो गई। इस पर उसके शव को रावतसर सरकारी अस्पताल में लाया गया। तब पुलिस को इसकी जानकारी मिली। 


आज सुबह थानाप्रभारी मोहम्मद अनवर और डीएसपी दुर्गपाल सिंह ने मोहनलाल के घर जाकर जांच-पड़ताल शुरू की, तो डॉक्टरों द्वारा जताया गया शक यकीन में बदलता दिखा। थानाधिकारी ने बताया कि रात को मोहनलाल और दिव्या छत पर सोये थे। परिवार के बाकी सदस्य नीचे अलग-अलग कमरों में सोये हुए थे। रात करीब 11.30 बजे मोहनलाल सीढिय़ों से नीचे गिर गया। बताया गया कि वह शराब के नशे में था और सीढिय़ों से नीचे उतरते समय लडख़ड़ा गया, जिससे उसके चोटें लगीं। मगर हालात वहां कुछ और ही थे। छत पर एक जगह फर्श धोया हुआ था, जहां खून के हल्के धब्बे भी थे। रात्रि को मोहनलाल ने जिस चद्दर को ओढ़ा हुआ था, वह धुली हुई मिली। सूत्रों के अनुसार छत पर एक भारी वस्तु भी संदिग्ध रूप से मिली है। सम्भवत: इसी से ही मोहनलाल के सिर व जबड़े पर वार किया गया। अभी पुलिस जांच में लगी है कि मोहनलाल को छत पर ही घायल करने के बाद सीढिय़ों से नीचे धकेला गया या सीढिय़ों से नीचे आ गिरने के बाद उसके चोटें मारी गईं। 


प्रथम दृष्टया ही सारा मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस ने परिवारजनों से गहनता से पूछताछ की, तो कत्ल की साजिशपूर्ण यह दास्तां खुल गई। मोहनलाल के पिता प्रेमलाल द्वारा रिपोर्ट देने पर पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर लिया। दिव्या और उसकी बड़ी बहन पार्वती को हिरासत में ले लिया। थानाधिकारी ने बताया कि मृतक मोहनलाल का रिश्ते में लगता एक अविवाहित भाई वेदप्रकाश गुजरात के अहमदाबाद में रहता है, जो कभी-कभार यहां रावतसर आता था। इस दौरान वेदप्रकाश-दिव्या में नजदीकियां बढ़ गईं। पिछले दिनों मोहनलाल जब सडक़ हादसे में घायल हो गया, तब वेदप्रकाश ज्यादा ही उसके यहां आने लगा। इस दौरान दिव्या-वेदप्रकाश में सम्बंध और भी गहरे हो गये, लेकिन साथ ही घर वालों को भी शक हो गया। उन्होंने वेदप्रकाश को घर आने से रोक दिया। सूत्र बताते हैं कि बीती रात मोहनलाल की हत्या हो जाने के बाद अब यह शक भी किया जा रहा है कि तीन महीने पहले वह जिस हादसे में घायल हुआ था, वह स्वाभाविक नहीं था। उसमें भी कोई राज हो सकता है। 


थानाप्रभारी के अनुसार जब दिव्या-वेदप्रकाश का मिलना-जुलना रुक गया, तब इन दोनों ने मोहनलाल को रास्ते से हटाने के मनसूबे बनाने शुरू कर दिये। वेदप्रकाश लगातार दिव्या को उकसाने में लगा रहा कि वह मोहनलाल को ठिकाने लगा दे। बड़ी बहन पार्वती पूरी तरह से इनके नाजायज सम्बंधों से वाकिफ थी। वह जानती थी कि यह दोनों हमेशा के लिए मोहनलाल से छुटकारा चाहते हैं। इसकी योजना बनाने में भी लगे हैं। पार्वती ने इनके मनसूबो के बारे में घर वालों को न बताकर अप्रत्यक्ष रूप से इनका साथ दिया। उसकी भी कथित सहमति रही। पुलिस के मुताबिक पार्वती को पता था कि आज रात कुछ होने वाला है। फिर भी वह खामौश रही। किसी को कुछ नहीं बताया। सूत्रों के अनुसार लगभग एक महीना पहले पार्वती भी किसी के साथ गायब हो गई थी। घर वाले उसे बीकानेर क्षेत्र से वापिस लेकर आये थे। 

पुलिस के अनुसार रावतसर निवासी दिव्या, पार्वती और उनकी एक और बहन, तीनों की शादी एक ही घर में हुई है। दिव्या के दो बच्चे हैं। थानाधिकारी ने बताया कि दिव्या और पार्वती की किसी भी क्षण गिरफ्तारी सम्भावित है। वेदप्रकाश को पकडऩे के लिए उसकी लोकेशन को ट्रेस किया जा रहा है।

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