मुंबई, 11 मार्च (वेबवार्ता)। भारत रत्न मदर टेरेसा की ऑफिशल बायॉपिक बनाने की घोषणा की गई है। निर्माता प्रदीप शर्मा, नितिन मनमोहन, गिरीश जौहर और प्राची मनमोहन मिलकर मदर टेरेसाः द संत टाइटल पर बनने वाली इस बायॉपिक को प्रड्यूस करेंगे। मदर टेरेसाः द संत को सीमा उपाध्याय ने लिखा है, वही फिल्म का निर्देशन भी करेंगी।
मदर टेरेसाः द संत में मुख्य भूमिका यानी मदर टेरेसा का रोल कौन निभाएगा अब तक यह फाइनल नहीं किया गया है। खबर है कि बॉलिवुड और हॉलिवुड के टॉप ऐक्टर्स को इस फिल्म में कास्ट किया जाएगा। फिल्म के निर्माताओं ने इस बायॉपिक के लिए सिस्टर प्रेमा मैरी पेइरिक और सिस्टर लीन से हाल ही में मुलाकात की और उनका आशीर्वाद भी लिया है।
मदर टेरेसा की जिंदगी पर इससे पहले भी कई डॉक्युमेंट्री और फिल्में बनाई जा चुकी हैं। सीमा उपाध्याय इस बायॉपिक को हिंदी में बनाएंगी। सीमा बताती हैं कि वह मदर टेरेसा की कहानी पिछले तीन साल से लिख रही हैं। इस फिल्म में वह उनके जीवन के उन पहलुओं को सामने रखेंगी, जिनके बारे में लोग बहुत कम जानते हैं। यह फिल्म लगभग 2 घंटे की होगी, जिसमें उनकी पूरी लाइफ को प्रदर्शित किया जाएगा। फिल्म बनाते समय इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि लोग इसे देखते समय बोरियत महसूस न करें।
मदर टेरेसाः द संत इसी साल सितंबर-अक्टूबर में फ्लोर पर जाएगी। फिल्म की शूटिंग दुनिया भर के उन जगहों पर होगी जहां मदर टेरेसा ने काम किया है। उनके जनस्थान से लेकर कोलकाता तक फिल्म को शूट किया जाएगा। फिल्म को अगले साल यानी 2020 में रिलीज किया जाएगा।
मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त 1910 को स्कॉप्जे में हुआ था। इनके पिता निकोला बोयाजू एक साधारण बिजनस करने वाले व्यक्ति थे। मदर टेरेसा का वास्तविक नाम अगनेस गोंझा बोयाजिजू था। जब वह मात्र आठ साल की थीं, तभी इनके पिता का निधन हो गया, जिसके बाद इनके लालन-पालन की सारी जिम्मेदारी इनकी माता पर आ गई। वह पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी थीं। वह एक सुन्दर, पढ़ाकू और मेहनती लड़की थीं। उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ गाना बेहद पसंद था। वह और उनकी बहन पास के गिरजाघर में मुख्य गायिका थीं। जब यह मात्र बारह साल की थीं, तभी उन्हें यह अनुभव हो गया था कि वह अपना सारा जीवन मानव सेवा में लगाएंगी।
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