ओले फिर बरसे किसान सहमे।

समेजा कोठी।बीता दिन किसान भुला नही पाया था की आज फिर भगवान ने आसमान से ओले बरसाये।जैसे ही ओले गिरने शुरू हुए किसान सहम गये और भगवान से हाथ जोड़कर प्रार्थना करने लगे की पुरे साल की मेहनत पर पानी मत फेर।भगवान हैं अपनी मर्जी करके ही रहेगा लेकिन भुमिपुत्र चिन्ता में हैं।आज दोपहर बेर के आकार के ओले बरूवाला,27 ए,10 ए के पूरे सीमावर्ती ऐरिया में ओले गिरेे जिससे फसल को काफी नुकसाम हुआ हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ