(पशु अस्पताल में मुख्य गेट पर बनी धमाका कुई)
समेजा कोठी।(सतवीर सिह मेहरा/महीराम)रायसिहनगर की पंचायत समेजा कोठी के मुख्य मार्ग पर लगे यह शिलापट्ट देखकर हर कोई हैरान जरूर होगा,लेकिन शिलापट्ट पर लिखे शब्दों में कितनी सच्चाई हैं यह हम आपको जरूर दिखायेगे।पत्थर शिला पर लिखा हैं खुले में शौच मुक्त गांव में आपका स्वागत हैं और गांव को स्वच्छ रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।लेकिन सच्चाई की पोल गांव की पहली सड़ाध मारती गली ही खोल देती हैं।खाद-बीज सोसायटी रोड़ पर तो पैदल चलना मुश्किल हैं,ऊट पालक परेशान हैं लेकिन पंचायत समेजा परेशानी का हल करने की वजाये झूठी पाठशाला लगातर स्वच्छ पंचायत होने का प्रमाण किसे पेश करना चाह रही हैं।
समेजा पंचायत 28 अक्टूबर 2016 को ओडिएफ हो गई थी लेकिन हालात कही सुधरे नही हैं।जमीनी स्तर पर लोग परेशान हैं।पंचायत खुले में शौच मुक्त हैं तो राजकीय पशु चिकित्सालय में बनी धमाका कुई किसका प्रमाण हैं।वार्ड 13 में लगभग 200 घरों के यहा धमाका कुई बनी हैं किसी के जलबद्ध शौचालय नही हैं जबकि जलबद्ध शौचालय के वास्तविक हकदार यह गरीब तबके के लोग थे।
(अस्पताल का गेट)
गांव के पशुचिकित्साल्य के मुख्य गेट पर तो पानी व कीचड़ भरा पड़ा हैं फिर यह स्लोगन लिखने का मजाक क्यों?अधिकारी कर्मचारी कागजी कार्यवाही पूर्ण करके वाहवाही लूटना चाह रहे हैं लेकिन जनता की परेशानी उन्हे कभी कामयाब नही होने देगी।हमने वास्तविक स्थिति को लेकर पड़ताल की तो चौंकाने वाली स्थिति मिली।
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