मन लगाकर अच्छी गुणवत्तापूर्ण की शिक्षा लें
विधार्थियों को सोशल मीडिया व मोबाईल से उपयोगी सामग्री ग्रहण करनी चाहिए
श्रीगंगानगर। जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि किसी भी परीक्षा की तैयारी के समय घंटे मायने नही रखते, जितने घंटे पढाई की वह मन लगाकर अच्छी गुणवत्तापूर्ण पढाई होनी चाहिए। उन्होंने विधार्थियों से सोशल मीडिया व मोबाईल से उपयोगी सामग्री ही ग्रहण करने का आह्वान किया।
जिला कलक्टर मंगलवार को कलेक्ट्रेट में स्पेंगल पब्लिक स्कूल के विधार्थियों से बातचीत कर रहे थे। ये बच्चे स्कूल मेंगजीन का सम्पादन करते है तथा अपनी रूचि के आलेख इत्यादि प्रकाशित करते है। इसी संदर्भ में बच्चें अपने बहुत से प्रश्न लेकर जिला कलक्टर से मिलें। जिला कलक्टर श्री नकाते ने बच्चों के एक-एक प्रश्न को ध्यानपूर्वक सुना तथा बहुत ही बारीकी से उत्तर देकर बच्चों की जिज्ञासा को शान्त किया। बच्चों ने भारतीय प्रशासनिक सेवा से लेकर कलेक्टर बनने, इतने बड़े जिले को कैसे संभालते हो, योजनाएं आमजन तक कैसे पहुंचती है, जिले के क्या अनुभव रहें तथा जिले की अन्य समस्याओं से संबंधित प्रश्न पूछें।
जिला कलक्टर ने विधार्थियों को भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन प्रक्रिया को बताया तथा जिला कलक्टर द्वारा जिले की कानून व्यवस्था पुलिस के सहयोग से बनाये रखना तथा सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की क्रियान्विति करवाना, आमजन की समस्याओं को सुनना तथा उसका समाधान करना है। आमजन के लिये सड़क निर्माण, बिजली, पेयजल, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सार्वजनिक वितरण प्रणाली इत्यादि कार्यों की निरन्तर माॅनिटरिंग के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि बहुत से प्रकरण राज्य सरकार स्तर के होते है, जिन्हें सरकार स्तर से हल करवाया जाता है।
उन्होंने बताया कि यह जिला कृषि प्रधान जिला होने के कारण कृषि भूमि से संबंधित समस्याएं जैसे भूमि का बंटवारा इत्यादि के प्रकरण भी आते है। राजस्व अधिकारियों द्वारा बंटवारा नियमानुसार किया है या नही, की अपील में सुनवाई की जाकर नियमानुसार निर्णय किया जाता है। सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की माॅनिटरिंग की जाती है। निर्माण व विकास कार्यों की गुणवत्ता के साथ निर्धारित अवधि में कार्य पूर्ण हो, इस बात का ध्यान रखा जाता है। उन्होंने बताया कि लोकतांत्रिक प्रणाली में चुनाव एक महत्वपूर्ण कार्य है, जो ग्राम पंचायत से लेकर जिला प्रमुख, विधायक, एमपी के चुनाव निष्पक्षता के साथ शान्तिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाना है।
उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी के बच्चों को पोष्टिक आहार मिलें, इसके लिये नवाचार किया गया है। जिन आंगनबाड़ी केन्द्रों, विधालयों में चारदिवारी है, वहां पर न्यूट्री गार्डन विकसित किये जा रहे है, जिससे बच्चों को पोष्टिक आहार देने में मद्द मिलेगी तथा बच्चों में आयरन इत्यादि की कमी को दूर किया जा सकेगा। उन्होंने बच्चों के पर्यावरण संबंधी प्रश्न के उत्तर में कहा कि नागरिकों को अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए तथा कचरे को निर्धारित स्थान पर ही डालना चाहिए तथा घरों में भी अलग-अलग रंग के कचरा पात्र होने चाहिए।
इस अवसर पर जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी श्री रामकुमार पुरोहित, स्वतंत्रा पत्राकार श्री गोविन्द गोयल, अध्यापिका श्रीमती हरप्रीत कौर चहल उपस्थित थी।
विधार्थियों को सोशल मीडिया व मोबाईल से उपयोगी सामग्री ग्रहण करनी चाहिए
श्रीगंगानगर। जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि किसी भी परीक्षा की तैयारी के समय घंटे मायने नही रखते, जितने घंटे पढाई की वह मन लगाकर अच्छी गुणवत्तापूर्ण पढाई होनी चाहिए। उन्होंने विधार्थियों से सोशल मीडिया व मोबाईल से उपयोगी सामग्री ही ग्रहण करने का आह्वान किया।
जिला कलक्टर मंगलवार को कलेक्ट्रेट में स्पेंगल पब्लिक स्कूल के विधार्थियों से बातचीत कर रहे थे। ये बच्चे स्कूल मेंगजीन का सम्पादन करते है तथा अपनी रूचि के आलेख इत्यादि प्रकाशित करते है। इसी संदर्भ में बच्चें अपने बहुत से प्रश्न लेकर जिला कलक्टर से मिलें। जिला कलक्टर श्री नकाते ने बच्चों के एक-एक प्रश्न को ध्यानपूर्वक सुना तथा बहुत ही बारीकी से उत्तर देकर बच्चों की जिज्ञासा को शान्त किया। बच्चों ने भारतीय प्रशासनिक सेवा से लेकर कलेक्टर बनने, इतने बड़े जिले को कैसे संभालते हो, योजनाएं आमजन तक कैसे पहुंचती है, जिले के क्या अनुभव रहें तथा जिले की अन्य समस्याओं से संबंधित प्रश्न पूछें।
जिला कलक्टर ने विधार्थियों को भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन प्रक्रिया को बताया तथा जिला कलक्टर द्वारा जिले की कानून व्यवस्था पुलिस के सहयोग से बनाये रखना तथा सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की क्रियान्विति करवाना, आमजन की समस्याओं को सुनना तथा उसका समाधान करना है। आमजन के लिये सड़क निर्माण, बिजली, पेयजल, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सार्वजनिक वितरण प्रणाली इत्यादि कार्यों की निरन्तर माॅनिटरिंग के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि बहुत से प्रकरण राज्य सरकार स्तर के होते है, जिन्हें सरकार स्तर से हल करवाया जाता है।
उन्होंने बताया कि यह जिला कृषि प्रधान जिला होने के कारण कृषि भूमि से संबंधित समस्याएं जैसे भूमि का बंटवारा इत्यादि के प्रकरण भी आते है। राजस्व अधिकारियों द्वारा बंटवारा नियमानुसार किया है या नही, की अपील में सुनवाई की जाकर नियमानुसार निर्णय किया जाता है। सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की माॅनिटरिंग की जाती है। निर्माण व विकास कार्यों की गुणवत्ता के साथ निर्धारित अवधि में कार्य पूर्ण हो, इस बात का ध्यान रखा जाता है। उन्होंने बताया कि लोकतांत्रिक प्रणाली में चुनाव एक महत्वपूर्ण कार्य है, जो ग्राम पंचायत से लेकर जिला प्रमुख, विधायक, एमपी के चुनाव निष्पक्षता के साथ शान्तिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाना है।
उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी के बच्चों को पोष्टिक आहार मिलें, इसके लिये नवाचार किया गया है। जिन आंगनबाड़ी केन्द्रों, विधालयों में चारदिवारी है, वहां पर न्यूट्री गार्डन विकसित किये जा रहे है, जिससे बच्चों को पोष्टिक आहार देने में मद्द मिलेगी तथा बच्चों में आयरन इत्यादि की कमी को दूर किया जा सकेगा। उन्होंने बच्चों के पर्यावरण संबंधी प्रश्न के उत्तर में कहा कि नागरिकों को अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए तथा कचरे को निर्धारित स्थान पर ही डालना चाहिए तथा घरों में भी अलग-अलग रंग के कचरा पात्र होने चाहिए।
इस अवसर पर जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी श्री रामकुमार पुरोहित, स्वतंत्रा पत्राकार श्री गोविन्द गोयल, अध्यापिका श्रीमती हरप्रीत कौर चहल उपस्थित थी।
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