श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ समेत राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में हुई भारी वर्षा व ओलावृष्टि
श्रीगंगानगर,। पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री एवं लोकसभा सांसद श्री निहालचन्द ने शुक्रवार को सदन में शून्यकाल के दौरान श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ समेत राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में पिछले कईं दिनों तक हुई भारी वर्षा व ओलावृष्टि से खराब हुई फसल के उचित मुआवजे का मुद्दा केंद्र सरकार के समक्ष रखा।
उन्होंने सदन को बताया कि संसदीय क्षेत्र जिला श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ समेत राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में पिछले कईं दिनों तक भारी वर्षा और ओलावृष्टि हुई थी, जिस कारण खेतों में खड़ी सरसों, गेहूं, चना, जौ आदि की फसलें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त और बर्बाद हो गई है। संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत जिला श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ में सबसे ज्यादा नुकसान अनुपगढ, श्रीविजयनगर, सूरतगढ़, रायसिंहनगर, रावतसर, पीलीबंगा आदि क्षेत्रों में हुआ है ।
किसान ने अपना खून-पसीना एक कर बड़ी मेहनत के साथ इन रबी की फसलों को खड़ा किया था, परन्तु कुदरत की इस मार ने क्षेत्रा और प्रदेश के किसान को बहुत असहाय कर दिया है। पूरे वर्ष किसानों को प्राकृतिक या अन्य समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है और बहुत से जोखिमों को उठाकर देश का पेट भरना पड़ता है। देश का पेट भरने वाला किसान आज प्राकृतिक मार झेल कर बहुत बड़ी पीड़ा में है और इस समय हम सभी को हरसंभव मदद अपने अन्नदाता को उपलब्ध करवाने की आवश्यकता है।
किसानों की इस दयनीय स्थिति के मद्देनजर संसदीय क्षेत्र के अधिकांश क्षेत्रों में हुई भारी वर्षा और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल का आंकलन, जो कि एग्रीकल्चर इंश्योरंस कंपनी, इफ्फको टोक्यो, बजाज आलियांज व एच.डी.एफ.सी. एर्गो इंश्योरेंस कंपनियों के द्वारा किया जा रहा है, को जल्द से जल्द पूरा करवाकर 15 दिनों के भीतर अन्नदाता किसानों को उचित मुआवजा व हर संभव मदद उपलब्ध करवाने की मांग सदन के समक्ष रखी।
श्रीगंगानगर,। पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री एवं लोकसभा सांसद श्री निहालचन्द ने शुक्रवार को सदन में शून्यकाल के दौरान श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ समेत राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में पिछले कईं दिनों तक हुई भारी वर्षा व ओलावृष्टि से खराब हुई फसल के उचित मुआवजे का मुद्दा केंद्र सरकार के समक्ष रखा।
उन्होंने सदन को बताया कि संसदीय क्षेत्र जिला श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ समेत राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में पिछले कईं दिनों तक भारी वर्षा और ओलावृष्टि हुई थी, जिस कारण खेतों में खड़ी सरसों, गेहूं, चना, जौ आदि की फसलें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त और बर्बाद हो गई है। संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत जिला श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ में सबसे ज्यादा नुकसान अनुपगढ, श्रीविजयनगर, सूरतगढ़, रायसिंहनगर, रावतसर, पीलीबंगा आदि क्षेत्रों में हुआ है ।
किसान ने अपना खून-पसीना एक कर बड़ी मेहनत के साथ इन रबी की फसलों को खड़ा किया था, परन्तु कुदरत की इस मार ने क्षेत्रा और प्रदेश के किसान को बहुत असहाय कर दिया है। पूरे वर्ष किसानों को प्राकृतिक या अन्य समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है और बहुत से जोखिमों को उठाकर देश का पेट भरना पड़ता है। देश का पेट भरने वाला किसान आज प्राकृतिक मार झेल कर बहुत बड़ी पीड़ा में है और इस समय हम सभी को हरसंभव मदद अपने अन्नदाता को उपलब्ध करवाने की आवश्यकता है।
किसानों की इस दयनीय स्थिति के मद्देनजर संसदीय क्षेत्र के अधिकांश क्षेत्रों में हुई भारी वर्षा और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल का आंकलन, जो कि एग्रीकल्चर इंश्योरंस कंपनी, इफ्फको टोक्यो, बजाज आलियांज व एच.डी.एफ.सी. एर्गो इंश्योरेंस कंपनियों के द्वारा किया जा रहा है, को जल्द से जल्द पूरा करवाकर 15 दिनों के भीतर अन्नदाता किसानों को उचित मुआवजा व हर संभव मदद उपलब्ध करवाने की मांग सदन के समक्ष रखी।
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