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मढ़ी, कब्र पर गुरू ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश को लेकर चल रहे विवाद पर जत्थेदार अकाल तख्त का अहम फैसला


पांच सिंह साहिबान की अगुवाई में विभिन्न राज्यों से सिख जत्थेबंदियां पहुंचेगी 11 जी छोटी

श्री गुरू ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूपों को तख्त श्री दमदमा साहिब में किया जाएगा सुशोभित
श्रीगंगानगर, 26 अक्टूबर। श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय से सटते गांव 11 जी छोटी में मढ़ी-कब्र पर अकाल तख्त के सख्त आदेशों के विपरीत श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश करने को लेकर चल रहे विवाद को लेकर अकाल तख्त ने अहम फैसला किया कि 6 नवंबर को श्री अकाल तख्त साहिब से पांच प्यारों के सहित पालकी साहिब जी के साथ श्रीगंगानगर में पदमपुर रोड स्थित गुरूद्वारा धन धन बाबा दीप सिंह जी शहीद में आएंगे और विभिन्न राज्यों से पहुंचने वाले सिख जत्थेबंदियों को साथ लेकर गांव 11 जी छोटी हार्नियां में उस जगह पहुंचेंगे, जहां श्री गुरू ग्रंथ साहिब का प्रकाश कर रखा है। सिंह साहिबान श्री गुरू ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूपों को तलवंडी साबो स्थित तख्त श्री दमदमा साहिब में ले जाकर वहां सुशोभित करेंगे। यह फैसला शनिवार को श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के द्वारा श्री दमदमा साहिब में बुलाई गई अहम बैठक में सभी जत्थेबंदियों की सहमति से किया गया। बैठक में राजस्थान, पंजाब व हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों से भी सिख जत्थेबंदियां पहुंची। जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि अकाल तख्त के सख्त आदेश हैं कि मढ़ी-कब्र श्री गुरू ग्रंथ साहिब का प्रकाश नहीं किया जा सकता। यदि कोई ऐसा करता है, तो वह श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी कर रहा है, जो किसी भी सूरत में सहन नहीं है। उन्होंने कहा कि 11 जी छोटी में गुरसाहिब सिंह हैप्पी नामक पाखंडी ने अकाल तख्त के सख्त आदेशों की अवहेलना करते हुए कब्र पर श्री गुरू ग्रथ साहिब का प्रकाश किया, जिसके लिए वह दोषी है। उसे पूर्व में आगाह भी किया गया था कि वह श्री गुरू ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूपों को तख्त श्री दमदमा साहिब में सुशोभित करे, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया, जिससे समूची सिख संगत में आक्रोश है। सभी सिख जत्थेबंदियों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद जत्थेदार ने फैसला सुनाते हुए कहा कि 6 नवंबर को अकाल तख्त के पांच प्यारे सहित पालकी साहिब के साथ सुबह 10 बजे गुरूद्वारा बाबा दीप सिंह जी शहीद पहुंचेंगे और यहां से समूची सिख जत्थेबंदियां, सिख संगत, निहंग सिंह जत्थेबंदियां, सम्प्रदाय सामूहिक रूप में 11 जी हार्नियां पहुंचेंगे और वहां से गुरू ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों को लेकर तख्त श्री दमदमा साहिब में आएंगे। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि यदि इस कार्यवाही के दौरान कोई जान अथवा माल का नुकसान होता है, तो इसके लिए दोषी गुरसाहिब सिंह हैप्पी, उसके द्वारा बनाई गई कमेटी और राजस्थान सरकार जिम्मेदार होगी। तालमेल कमेटी के कोऑर्डिनेटर बलजिन्दर सिंह चहल ने बताया कि राजस्थान ही नहीं, बल्कि पंजाब, हरियाणा सहित विभिन्न राज्यों से भी सिख जत्थेबंदिया इस दिन गुरूद्वारा धन धन बाबा दीप सिंह पहुंचेंगी। उन्होंने बताया कि श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों की बेअदबी को लेकर समूची सिख संगत में भयंकर आक्रोश  है, जिसके चलते ढिलाई-मोहलत देने का सवाल ही पैदा नहीं होता। बैठक में राजस्थान सिख एडवाइजरी कमेटी के कन्वीनर तेजेन्द्रपाल सिंह टिम्मा, बलजिंदर सिंह चहल, जीत सिंह लखियां, बीबी हरमीत कौर खालसा गोलूवाा, जत्था बाबा गुरपाल सिंह 18 एफ, बाबा गगनदीप सिंह, निर्मल सिंह खरयिां, जसवंत सिंह समरा प्रधान गुरूद्वारा सिंह सभा पदमपुर, जगजीत सिंह, कुलविन्दर सिंह राजू, गुरप्रीत सिंह सिद्धू, गोपी सरपंच, गुरमीत, दलवीर सिंह, हरदीप सिंह गुरूद्वारा सिंह सभा पदमपुर, चरनजीत सिंह, स्वर्ण सिं 11 आरबी, सुखविंदर सिंह, जितेन्द्र सिंह गोलूवाला, अंग्रेज सिंह, महिमा सिंह सिधू, सोहन सिंह संधू, धन्ना सिंह, सतनाम सिंह, लखवीर सिंह, निरंजन सिंह, नरजीत सिंह, परमजीत सिंह धींगावाली, गुरजीत सिंह मोड़ा, गुरमेल सिंह, निहाल सिंह करनपुर, परविंदर सिंह, अमरजीत पदमपुर, रणजीत सिंह मोगा, शिंगारा सिंह, शमशेर सिंह बराड़, चनन सिंह, बाबा साहिब सिंह व जयप्रकाश मील जेपी आदि भी मीटिंग में पहुंचे और एक स्वर में कहा कि 6 दिसंबर को अधिक से अधिक संख्या में सिख संगत  को साथ लेकर इस संघर्ष में शामिल होंगे।

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