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मंत्री डाॅ. कल्ला, डोटासरा, भाटी द्वारा किया गया कोरोना रोकथाम जन आंदोलन का शुभारम्भ


जागरूकता रथ, मास्क वितरण के साथ हुआ आगाज

स्वप्रेरणा से मास्क को अमोघ अस्त्र के रूप में प्रयोग करना है - डाॅ. कल्ला

बीकानेर। ऊर्जा एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डाॅ. बी. डी. कल्ला, शिक्षा मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा, उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने रविवार को रविन्द्र रंगमंच में कोरोना जनआन्दोलन की शुरूआत करते हुये कहा कि आमजन कोरोना से डरें नहीं बल्कि सचेत व सावधान रहते हुये स्वयं को, परिजनों व परिचितों की चिंता करते हुये इस बीमारी से बचाव के लिये मास्क, शारीरिक दूरी तथा बार-बार सैनिटाईजेशन जैसे उपायों को गम्भीरता से अपनायें।

     डाॅ. कल्ला ने कोरोना महामारी के समय में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार तथा शासन-प्रशासन द्वारा सेवाभाव से किये जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुये कहा कि प्रदेश में कोरोना के कारण मृत्यु दर पूरे देश में सबसे कम है। उन्होंने कहा कि हमें स्वप्रेरणा से मास्क को अमोघ अस्त्र के रूप में प्रयोग करना है तथा हम सभी को मिलकर ’’नो मास्क-नो एन्ट्री’’ कार्यक्रम को सफल बनाना है। इस बीमारी से बचाव के लिये जागरूकता और सावधानी ही सबसे कारगर उपाय हैं, हम यदि पूरी सावधानी बरतते हुये कोविड-19 के प्रोटोकाॅल की पालना करेंगे तो अपने आपको और अपने परिवार को सुरक्षित रख पायेंगे। उन्होंने कहा कि यह राय सामने आई कि कोरोना से बचाव के लिये मास्क लगाये रखना तथा हाथों को बार-बार साफ करते रहना ही सबसे प्रभावी उपाय है। इसलिये आमजन के व्यवहार में इन आदतों को लाने के लिये राज्य सरकार की ओर से जनआंदोलन की पहल की गई है। डाॅ. कल्ला ने कहा कि पी.बी.एम. अस्पताल में कोरोना मरीजों के उपचार के दौरान आॅक्सीजन की कमी नहीं रहे इसके लिए पानीपत से आॅक्सीजन का एक अतिरिक्त कंटेनर दिलाने की व्यवस्था की गई है।

संक्रमण रोग के लिए बने पृथक से अस्पताल

समारोह में ऊर्जा मंत्री डाॅ. कल्ला ने कहा कि एक कार्ययोजना के तहत संक्रमण रोगों से बचाव के लिए एक पृथक से अस्पताल का निर्माण करवाया जायेगा। इसके लिए एक करोड़ रूपए वे अपने विधायक कोष से उपलब्ध करवायेंगे। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही वे अन्य जनप्रतिनिधियों से आग्रह करेंगे कि अस्पताल के निर्माण के लिए वे भी धनराशि आवंटन की कार्यवाही करें। ऐसे पृथक अस्पताल बन जाने से संक्रमित रोगियों का ईलाज और बेहतर तथा अत्याधुनिक उपकरणों से हो सकेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह प्रयास है कि मास्क वितरण का यह कार्यक्रमण सूदूर गांव तक जाए। उन्होंने कहा कि अगर नगर निगम पूरे शहर को 7 बार सैनेटाईज कर दे तो पूरा शहर कोरोना मुक्त की राह पर चल पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के ईलाज के साथ साथ किसी भी बीमारी के ईलाज के लिए निःशुल्क दवा, जांच आदि की कोई कमी नहीं है।

शिक्षा मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि कोरोना महामारी के विरूद्ध यह लडाई लम्बी चलेगी, इसलिये जब तक वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो जाती है तब तक सभी को इस बीमारी से बचाव के लिये विशेषज्ञों द्वारा सुझाये गये सभी सामान्य उपायों का पालन कर स्वयं को सुरक्षित रखना चाहिये। उन्होंने आमजन से चिकित्साकर्मियों, नर्सिंग स्टाफ तथा कोरोना महामारी की रोकथाम के लिये प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से कार्य कर रहे लोगों के साथ संवेदनशील एवं सहयोगपूर्ण व्यवहार रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी राजनैतिक दलों, सभी विशेषज्ञों तथा समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर कोरोना की रोकथाम के लिये जागरूकता को जनआंदोलन में बदलने के पीछे मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की सोच बहुत दूरगामी है। यदि एक माह तक सभी लोगों ने पूरी गम्भीरता के साथ मास्क लगाया तथा बार बार हाथ साफ किये तो निश्चित तौर पर कोरोना संक्रमण के फैलाव में काफी कमी आयेगी।

एक भी मृत्यु न हो सरकार है कृत संकल्पित

      जिले के प्रभारी मंत्री व शिक्षामंत्री डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार इस बात के लिए कृत संकल्पित है कि कोरोना से एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हो, इसके लिए कोरोना जांच से लेकर उसके ईलाज के लिए सभी संसाधन उपलब्ध करवाए गए हैं और अब सभी को साथ लेकर यह जनआन्दोलन प्रारंभ किया है कि नो मास्क-नो एन्ट्री। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आमजन को संक्रमण से बचाने के लिए समझाईस करना है, क्योंकि कोरोना से बचाव का यही उपचार है। यह समझाईस का कार्यक्रम सरकार तबतक चलाएगी जब तक हम कोरोना को विदा न कर दें। उन्होेंने कहा कि कोरोना की जंग के साथ साथ हम प्रदेश में विकास कार्यों में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

      उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि ‘‘सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी’’ की तर्ज पर आमजन को संदेश दिया जा रहा है कि यदि मास्क हटा तो समझो कोरोना की चपेट में आ जायेंगे। उन्होंने आमजन से कोरोना के विरूद्व इस जनआंदोलन में पूरे संकल्प के साथ गाईडलाईन का पालन कर सरकार का सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को आमजन हल्के में न लंे। इस बीमारी से ठीक हो जाने के बाद भी कई  प्रकार के जटिल दुष्प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर पडते हैं जिनका पूरी तरह से अभी शोध भी नहीं किया जा सका है।

प्रदेश में तहसील स्तर तक जांच की पुख्ता व्यवस्था

       उच्च शिक्षा मंत्री भाटी ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की रोकथाम के लिए सभी व्यवस्थाएं बेहतर की गई है। पहले जहां संग्रमित कोरोना रोगियों की जांच पूना से होती थी। अब सभी जिला मुख्यालयों पर जांच की व्यवस्थाओं के साथ साथ तहसील स्तर पर सैम्पलिंग की व्यवस्था की गई है।

         नो मास्क-नो एन्ट्री जन आन्दोलन के शुभारंभ अवसर पर खाजूवाला विधायक गोविन्द मेघवाल ने कहा कि इस विश्व व्यापी महामारी की प्रभावी रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा बेहतर कार्य किया जा रहा है। आमजन का और सकारात्मक सहयोग मिल जाए तो राजस्थान पूरे देश में ऐसा पहला राज्य बन जाएगा, जहां कोरोना को सबसे पहले विदा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा प्रतिदिन कोरोना की समीक्षा कर इस पर प्रभावी अंकुश लगाया है। इसी का परिणाम है कि कोरोना प्रबन्धन को लेकर पूरे देश में राज्य ने अपनी अलग पहचान बनाई है।

       पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने कहा कि आमजन को कोरोना गाइडलाईन की अक्षरशः पालना करनी होगी, तभी  हम इस बीमारी को हरा सकेंगे। मास्क लगाना ही इस बीमारी का वैक्सीन है। ऐसे में हम सबको मास्क लगाना होगा, साथ ही अन्य लोगों को भी प्रेरित करना होगा। इस अवसर पर महापौर नगर निगम सुशीला कंवर ने कहा कि हमारा शहर, हमारी जिम्मेदारी है कि हमें इस महामारी को रोकने के लिए सभी को समन्वित प्रयास करने होंगे। उन्होंने  कहा कि मुख्यमंत्री ने कोरोना से सावचेत करने के लिए यह आंदोलन शुरू किया ह,ै इसके लिए मुख्यमंत्री धन्यवाद के पात्र है।  जिस हिसाब से यह महामारी फैल रही है, उसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने यह आंदोलन मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि अपनी जान के लिए और अपने साथी की जान के लिए कृपया सभी मास्का का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया के लिए आप एकमात्र व्यक्ति होंगे, लेकिन एक आपका परिवार है, उसके लिए आप पूरी दुनिया है। इस परिवार के लिए अपना ध्यान रखें।

       कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ए.एच. गौरी ने जिले में किए गए कोरोना प्रबन्धन के बारे में विस्तार से बताया।

        समारोह का संचालन संजय पुरोहित ने किया। यूआईटी सचिव मेघराज सिंह मीना, सहायक भू प्रबंध अधिकारी अर्चना व्यास, उपायुक्त नगर निगम पंकज शर्मा, उपायुक्त नगर निगम मंगलाराम पुनिया,मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर बी एल मीणा ने अतिथियों को सूत की माला पहनाकर स्वागत और अभिनंदन किया।

       इससे पहले ऊर्जा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला  शिक्षा राज्यमंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा, उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने महात्मा गांधी के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की और नगर निगम और जिला प्रशासन द्वारा जारी पोस्टर, स्टीकर और मास्क का लोकापर्ण किया।

       इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक प्रहलाद कृष्णिया, महात्मा गांधी की 150वीं जयंती समारोह के जिला संयोजक संजय आचार्य, महेन्द्र गहलोत, यशपाल गहलोत, अधीक्षक पीबीएम अस्पताल डाॅ.गुंजन सोनी, हाजी रियाउर रहमान आरिफ, सुनीता गौड़ सहित पार्षदगण आदि  उपस्थित थे

 

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