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समेजा कोठी - हे सरकार ग्रामीण औषधालय भगवान भरोसे क्यों?

 समेजा कोठी।(सतवीर सिंह मेहरा)कहा जाता है कि आयुर्वेद मानव के शरीर,मानसिक तथा आध्यात्मिक और सामाजिक पहलुओं का समाकलन करता है,जो एक दूसरे को प्रभावित करते है।लेकिन जब समाकलन करने वाला ही न हो तो क्या कहा जा सकता है।

हम बात कर रहे है समेजा कोठी के राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय की।इस डिस्पेंसरी में लंबे समय से चिकत्सक व सहायक कर्मचारियों के पद खाली है।कोरोनाकल में भी यह औषधालय बन्द ही रहा।जबकि श्री गंगानगर जिले के 82 केंद्रो में समेजा कोठी केन्द्र एसआर नम्बर 1 पर है लेकिन फिर भी इसमें सभी 3 पद खाली पड़े हैं।जबकि आयुर्वेदिक औषधालय पर स्वास्थ्य को लेकर अनेक गतिविधियां संचालित की जाती हैं।
रिपोर्ट एक्सक्लूसिव ने कि पड़ताल - जब हमने औषधालय के स्टाफ के बारे में उप निदेशक से सम्पर्क किया तो जानकारी मिली की समेजा में आयुर्वेदिक औषधालय केन्द्र पर 3 पद रिक्त है।व्यवस्था के लिए हाल ही में भोमपु रा केन्द्र पर नियुक्त कम्पाउडर पवन कुमार की सप्ताह में 2 दिन ड्यूटी लगाई गई हैं जो मंगलवार व गुरुवार को समेजा आयुर्वेदिक औषधालय केन्द्र पर ड्यूटी देगा।लेकिन ग्रामीणों के मुताबिक यह केन्द्र बन्द ही रहता है।

आयुर्वेदिक औषधालय केन्द्र पर कर्मचारी नयुक्ती को लेकर सरपंच भी अनभिज्ञ है।पूछने पर जानकारी लेने की बात कही।

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