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डेयरी फार्मिंग प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ

 डेयरी फार्मिंग प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ



श्रीगंगानगर, । पशु विज्ञान केंद्र  सूरतगढ़ में आत्मा योजना अंतर्गत दो दिवसीय  डेयरी फार्मिंग प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ सोमवार को किया गया।
 केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ0 राजकुमार बेरवाल ने पशुपालकों का स्वागत व्यक्त किया तथा डेयरी प्रबंधन में सेड तैयार करने तथा दूध देने वाले पशुओं का रख-रखाव कैसे करें के बारे में विस्तार से बताया तथा संतुलित आहार घर पर तैयार करने की विधि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।  
प्रशिक्षण शिविर में केंद्र के डॉक्टर अनिल घोड़ेला ने देसी नस्ल की गायों जैसे थारपारकर गिर साहिवाल राठी कांकरेज आदि की विशेषता व संरक्षण के बारे में विस्तार से बताया। प्रशिक्षण शिविर में केंद्र के डॉ0 मनीष कुमार सेन ने डेयरी पशुओं में होने वाले भयंकर रोगों जैसे लंगड़ा बुखार, गलघोटू, खुर पका, मुंह पका, थाइलेरियासिस, ब्रूसेलोसिस आदि रोगों से पशुओं को बचाने के लिए टीकाकरण कब-कब वह कैसे करवाएं तथा पशुओं को कर्मी नाशक दवाओं को कब और कैसे देनी चाहिए के बारे में जानकारी दी। उन्होने बताया कि पशु के पेट में कीड़े होने से पशु कमजोर होने लगता है तथा उत्पादन भी कम हो जाता है तथा पशु अपशिष्ट पदार्थ खाने लगता है, पशु को हर 3 महीने से कर्मी नाशक दवाई देते रहना चाहिए।

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