हनुमानगढ़। महंगाई से राहत दिलवाने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party demonstrated against inflation) कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री (Rajasthan CM Ashok Gehlot) के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में तीन सौ यूनिट बिजली मुफ्त (Free Light Demand) देने व पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel Vet) पर लगाया गया अतिरिक्त वेट वापस लेने सहित 11 सूत्री मांगें की गई। इस मौके पर पार्टी के निवर्तमान जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र बेनीवाल ने कहा कि केन्द्र में भाजपा की सरकार की ओर से जिन नीतियों को लागू किया गया है उससे महंगाई चरम पर पहुंच गई है। आज मध्यम एवं निम्न वर्ग के लिए महंगाई से पार पाना असंभव हो रहा है। एक तरफ दिन-प्रति दिन महंगाई बढ़ रही है वहीं दूसरी ओर लोगों के काम धंधे चौपट हो रहे हैं। रोजगार ढूंढने से नहीं मिल रहा है। बेरोजगारी दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। स्वयं राज्य सरकार की ओर से महंगाई के मुद्दे को लेकर केन्द्र की सरकार के खिलाफ समय-समय पर धरना-प्रदर्शन किया गया है। राजस्थान में महंगाई बढऩे के लिए केन्द्र के साथ-साथ प्रदेश की कांग्रेस सरकार भी दोषी है। आज पूरे भारत में सबसे महंगा पेट्रोल, डीजल और बिजली राजस्थान में बिक रही है। पेट्रोल और डीजल (Petrol Diesel Price) पर अन्य राज्यों से लगभग 14 प्रति वेट अतिरिक्त वसूला जा रहा है। बेनीवाल ने कहा कि एक तरफ राजस्थान सरकार की ओर से 50 यूनिट बिजली मुफ्त (50 Unit Light Free) देने की घोषणा की जाती है वहीं दूसरी ओर बिजली के दामों में बढ़ोतरी कर दी जाती है। गत वर्ष राज्य सरकार की ओर से फ्यूल सरचार्ज के नाम पर बिजली के दाम बढ़ाए गए थे। अभी हाल ही में 24 पैसे प्रति यूनिट फ्यूल सरचार्ज के नाम पर अतिरिक्त सरचार्ज लगाने की घोषणा की गई है। इससे आम उपभोक्ता पीडि़त होगा।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में जब-जब कांग्रेस का शासन (Rajasthan Congress Government) आया है तब-तब बिजली के दामों में भारी बढ़ोतरी की गई है। आज राजस्थान सरकार पूरे देश में सबसे महंगी बिजली अपने उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवा रही है। इससे आम जन बुरी तरह प्रभावित है। लॉक डाउन की अवधि के दौरान भी राज्य सरकार ने बिजली की दरों में भारी बढ़ोतरी की। आज हर आदमी महंगाई से त्रस्त है। उन्होंने मांग की कि आम लोगों को महंगाई से राहत दिलाने के लिए बिजली बिलों में शामिल विभिन्न प्रकार के अनावश्यक चार्जेज हटाकर बिजली दरों में कमी की जाए।
बिजली कम्पनियों (Light Companies In Rajasthan) के कभी न पूरा होने वाले घाटे को लेकर कम्पनी के लेखों की ऑडिट कैग से करवाकर इनका सामाजिक अंकेक्षण करवाया जाए। राजस्थान के किसानों को खेती कार्य के लिए बिजली मुफ्त उपलब्ध करवाई जाए। बिजली बिलों में हाल ही में शामिल फ्यूल सरचार्ज को वापस लिया जाए। इस मौके पर गुलशन सोनी, अमृतसिंह, श्रवण, राजकुमार, शिवा वर्मा, विनोद कुमार, अशोक कुमार, राकेश कुमार, हरफूल सिंह, लीलाधर, कुलवन्त सिंह आदि मौजूद थे।
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे