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हरियाणा डीजीपी का बड़ा फैसला,अब संवेदनशील जगहों पर कवरेज करने पर पत्रकारों को बॉडी प्रोटेक्टर व हेलमेट उपलब्ध करवाएगी पुलिस,पत्रकारों और पुलिसकर्मियों पर हमला नहीं होगा बर्दास्त,पत्रकारों का पुलिस करेगी सम्मान और देगी प्रशस्ति पत्र



राष्ट्रीय/चण्डीगढ़ ।हरियाणा में अभी जाट आन्दोलन के समय कुछ असमाजिक तत्वों ने अचानक पुलिस कर्मियों और मीडिया कर्मियों पर हमला बोल दिया जिसके कारण से काफी संख्या में पत्रकार और पुलिस के जवान घायल हो गये थे जिसके बाद उन सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया ।

पत्रकारों और पुलिसकर्मियों पर हमला
अचानक पत्रकारों पर एका-एक हमला बोल दिया गया । जिसके बाद पत्रकारों को सम्भलने का मोका नहीं मिला वहीं मोजूद पुलिस कर्मियों पर भी हमला बोल दिया गया जो की निंदनीय था । पत्रकारों पर हुए हमले से उनके केमरे तोड़ दिए गये,मोबाईल छीन लिए गये और नकदी भी छीन ली गई । जिसके बाद प्रदेश से लेकर देश तक में हर वर्ग द्वारा निंदा भी की गई ।

हरियाणा डीजीपी का बड़ा फैसला अब पत्रकारों को सुरक्षा और हेलमेट देगी पुलिस

हरियाणा के पुलिस महानिदेशक के.पी.सिंह ने कहा है कि भविष्य में प्रदेश में कहीं भी संवेदनशील जगहों की कवरेज करने वाले पत्रकारों को बॉडी प्रोटेक्टर व हैलमेट उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि किसी भी प्रकार की दंगे की स्थिति में उन्हें घायल होने से बचाया जा सके। जो की बहुत बड़ा फैसला हैं ।

घायल पत्रकारों से मिलने पहुंचे डीजीपी
हमले में घायल हुए पत्रकारों और पुलिस कर्मियों से मिलने व हाल-चाल जानने पुलिस महानिदेशक  पहुंचे ।  ढाणी गोपाल चौक के समीप असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए हमले में घायल हुए पत्रकारों व पुलिसकर्मियों का हाल जानने फतेहाबाद पहुंचे थे।

पुलिस करेगी घायल पत्रकारों का सम्मान,इलाज का खर्चा भी करेगा प्रशासन वहन
हरियाणा डीजीपी 15 अगस्त,2017 को होने वाले प्रदेश स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में घायल पत्रकारों को सम्मानित करवाने तथा अपनी तरफ से उन्हें प्रथम श्रेणी का प्रशंसा पत्र व 5,000 रुपये की राशि देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि घायल पत्रकारों और पुलिसकर्मियों के ईलाज का सारा खर्च प्रशासन द्वारा वहन किया जाएगा।

केमरे,फोन और लुटी नकदी भी देगा प्रशासन
नागरिक अस्पताल फतेहाबाद में घायल पत्रकारों से बात करते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा कि दंगाइयों द्वारा तोड़े गए उनके कैमरे, मोबाइल फोन तथा लूटी गई नकदी की भरपाई भी प्रशासन द्वारा की जाएगी।

आज इस ऐतिहासिक फैसले से उन तमाम पुलिस प्रशासन और प्रशासनिक अधिकारियों को सोचने पर मजबूर कर दिया हैं जो पत्रकारों के प्रति अपनी भावना सही नहीं रखते हैं । हम गर्व करते हैं ऐसे अधिकारियो पर जो पत्रकारों के असली दर्द को समझ कार्य किया ।

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