दलोट से लव कुमार जैन की विशेष रिपोर्ट
राजस्थान/दलोट । राजस्थान से लेकर देश भर में स्वच्छ भारत के नाम पर हर रोज करोड़ो-अरबो खर्च किए जा रहे हैं लेकिन उसका असर कहाँ तक हुआ किसी को कोई फ़िक्र नहीं हैं सभी अपनी मस्ती में मस्त हैं हमारे दलोट सवांददाता ने जब ऐसे ही एक मामले के बारे सुना तो निकल पड़े मामले की तहकीकात करने में और जो कुछ सामने आया वो हेरान कर देने वाला था ।
दलोट के सरकारी विभाग में नहीं शोचालय
एक तरफ तो देश में स्वछता को लेकर बड़े बड़े कदम उठाये जा रहे हे सरकारी ख़जाने से खूब खर्चा कीया जा रहा है हर घर शौचालय अभियान चलाया जा रहा है... जिले में जिला कलेक्टर नेहा गिरी के निर्देशन में स्वच्छ भारत मिशन की गतिविधियां चलाई जा रही है कई गांवों में डी आर जी सदस्यों व स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े अधिकारियो द्वारा मॉर्निंग फॉलोअप में ट्रिगरिंग के जरिये लोगो को खुले में शौच नही जाने के संकल्प दिलाया जा रहा है..
लेकिन वही दूसरी और दलोट के एक सरकारी विभाग में शौचालय ही नही है सरकारी कर्मियों को भी ड्यूटी टाइम पर शोच के लिए खुले जंगल में जाना पड़ रहा है....
जी हाँ वह विभाग हे दलोट का विद्युत विभाग दलोट स्थित 33 के.वी. जी एस एस कार्यालय पर शौचालय नही है जिसके चलते सरकारी कर्मचारी भी जंगल में शौच जाने पर मजबूर है
एक कदम स्वछता की और एवं खुले में शौच मुक्त भारत बनाने के लिए कई प्रयत्न किये जा रह हे लेकिन ऐसे में सरकारी विभाग में ही शौचालय का नही होना बड़ा ही प्रश्न वाचक चिन्ह बना हुवा हे..
21 कर्मचारी फिर भी नहीं शोचालय
दलोट स्थित जी एस एस पर करीबन 21 कर्मचारी हे जिनमे 3 से 4 कर्मचारी पुरे समय कार्यालय पर रहते है जिनके शौच के लिए विभाग की और से कोई उपयूक्त व्यवस्था नही है दलोट जी एस एस के कार्यक्षेत्र में बोरदिया, बड़ीसाकथली क्षेत्र आते है जिनके कर्मचारियों का भी मुख्य कार्यालय दलोट हे विभाग को समय रहते अपने सभी विद्युत विभाग कार्यालय जहा भी शौचालय नही है तुरंत प्रभाव से शौचालय निर्मित कर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिये ताक़ि विभाग भी स्वछता अभियान में अपना सहयोग दे सके ।
अब इस प्रकार की खामिया अगर दलोट मुख्यालय पर भी नजर आ रही हैं तो बाहर क्या होगा जिसका अंदाजा लगाना शायद मुश्किल ही होगा । खैर देखते हैं विभाग कब तक जागेगा और पहले खुद को खुले में शोच मुक्त करेगा ।
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