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120 दिनों बाद बन्द हुआ गन्ने का पिराई सत्र,अबकी बार रिकोर्ड तोड़ रही गन्ने की पिराई


केसरीसिंहपुर /सोमनाथ नायक
कमीनपुरा स्थित शुगर मिल में "नो केन" होने के कारण मंगलवार दोपहर 12 बजे पिराई का कार्य बंद कर इसकी गन्ना ले जाने वाली चैन की पत्तियों को खोल दिया गया । इसी के साथ ही मिल ने पिछले वर्षों के पिराई के रिकार्ड तोड़ कर 11.90 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई कर 8.50 के आसपास रिकवरी प्राप्त कर 2 लाख से अधिक चीनी के बैग तैयार कर लिए । बचे हुए जूस से चीनी सहित अन्य कार्यो के प्रोसेस हेतु मिल 3 दिन ओर चलने के बाद बन्द कर दी जाएगी । मिल के डीजीएम ने बताया कि यह सत्र अच्छे ढंग से पूरा हुआ है । इसमें 10 वर्ष पहले 9.04 की रिकवरी प्राप्त हुई थी । उसके बाद इस वर्ष रिकवरी अच्छी प्राप्त हुई है । निश्चित रूप से यह सफलता किसानों के साथ मिल में काम कर रहे मज़दूरों के लिए खुशी की बात है । इस मिल में इस सत्र के दौरान 12 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करना शुभ संकेत है । आगामी सत्र ओर बढ़िया रहेगा । मिल में रैक्टिफाइड स्पिरिट तैयार हो रही है । वही डिस्कॉम को बिजली भी सप्लाई की जा रही है । इस प्रकार मिल को लाभ में लाने के सभी प्रयास किये जा रहे है ।
12 दिसम्बर को इस मिल में गन्ना लेना शुरू किया गया था । और 11 अप्रेल तक 120 दिनों में विभिन्न उतार चढ़ाव के साथ मिल का पिराई सत्र पूर्ण हो गया । अंतिम ट्राली 110 क्विंटल गन्ने को गांव 6 ए के किसान लखवीर सिंह के चालक लालचंद लेकर पहुंचे । उसका मुह मीठा करवाया गया । इससे पहले मिल का हूटर बजा कर अंतिम चेतावनी नियमानुसार दी गई । मिल में किसानों को 31 मार्च तक लिए गए गन्ने का भगतान भी कर दिया गया है । इस मिल ने 15-15 दिनों के टर्म से किसानों को भुवतान कर परेशानी नही आने दी गई ।

"मिल का पिराई सत्र अच्छे से पूर्ण होना खुशी की बात है । 3 दिन ओर चला कर बाक़ीनप्रोसेस पूरी होने के बाद इसे बंद किया जाएगा । अब तक का यह पिराई सत्र सबसे अधिक के साथ हर क्षेत्र में अच्छा रहा है ।" देवेंद्र कौशिक डीजीएम शुगर मिल कमीनपुरा

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