केसरीसिंहपुर /सोमनाथ नायक
"हमारे घर मे यदि लाइट होती तो मेरी ये हालत नही होती । सरकार बीपीएल की भी कोई सुविधा नही दे रही ।" यह कहना है 95 प्रतिशत तक जली गांव 3 वी की 25 वर्षीय विवाहिता ऋतु रानी पत्नी जीत राम नायक का । उसने बताया की वह घर मे लाइट न होने के कारण चिमनी में मिट्टी का तेल डाल रही थी । तेल रिसता हुआ नीचे कपड़ो के साथ गिरता रहा । उसे बन्द कर जला कर देखने के दौरान जैसे ही माचिस जलाई आग भभक गई और उसे अपने आगोश में ले लिया । जिससे वह जल गई । उसने बताया कि वह बीए तक पढ़ी लिखी है । सरकार की मुहिम के कारण ही उसने दो लडकिया एक साल एंव एक 5 साल की है । गांव में मज़दूरी भी बहुत कम मिलती है । मेरा इलाज अच्छे से करवा दो साहब । इलाज कर रहे चिकित्सक अजायब सिंह ने बताया कि यह 95 प्रतिशत तक जल चुकी है ।
गांव 3 वी में जीत राम नायक के घर मे अचानक आग लगने की सूचना पर गांव के लोग पहुंच गए । उन्होंने कम्बल डाल कर आग पर काबू पाया लेकिन तब तक ऋतु काफी झुलस चुकी थी । एम्बुलेंस 108 की सहायता से उसे स्थानिय राजकीय चिकित्सालय लाया गया । यहां पर पहुंची पुलिस को उसने कहा कि उसके परिवार को इसमें परेशान नही किया जावे ।
गांव के लोगो ने बताया कि पति पत्नी में खूब प्यार था । दोनों एक साथ खाना खाते ओर सुबह सैर करने भी एक साथ जाते थे । हालांकि ऋतु बीए तक पढ़ी लिखी थी । और जीत राम मामूली पढा लिखा था । वह खेतो में मज़दूरी कर घर खर्च चलाता है । ऋतु की यह दूसरी शादी थी । पहले पति की मौत हो गई थी ।
इस हकिकत ने आज सरकार और अधिकारियो को सोचने पर जरुर मजबूर कर दिया हैं की आखिर गरीबो की योजनाओं का धरातल पर भी कोई सरोकार हैं या सिर्फ उन्ही लोगो को सुविधा मिलती हैं जो पैसे वाले या बड़े लोग होते हैं ।
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