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आज से इतिहास हो गया एसबीबीजे बैंक ! भावुक दिखे कर्मचारी,आखिर क्या हैं माज़रा पढ़े पूरी खबर


राजस्थान /जयपुर । प्रदेश में सबसे ज्यादा शाखाओ के साथ अपनी अलग छवि और नाम से जाने वाला स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर एंड जयपुर का आज से वजूद खत्म हो गया हैं जिसके चलते एसबीबीजे बैंक आज से इतिहास का हिसा हो चूका हैं ।आज प्रदेश भर में जहां बैंक अपना हिसाब-किताब मिलान करने में व्यस्त रहेगा वहीं दूसरी और कर्मचारियों में कार्य करने के साथ-साथ संशय का माहौल भी बना हुआ हैं । राज्य का सबसे बड़ा और 54 साल पुराना स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर आज से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में मर्ज हो गया है। भारतीय बैंकिंग में यह अब तक का सबसे बड़ा मर्जर माना जा रहा है।

यूँ बना एसबीबीजे

1943 में स्थापित बैंक ऑफ जयपुर लि. को स्थापित किया गया था और उसके बाद 1944 में बीकानेर बैंक लि. को स्थापित किया गया था जिसके बाद 1 जनवरी, 1963 को दोनों बैंको का विलय हुआ।उसके बाद इस बैंक का निर्माण हुआ और इसको स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर के नाम से जानने लगे ।

1000 कर्मचारियों को किया रवाना 

प्रदेश में एसबीबीजे कर्मचारियों के लिए शुक्रवार का दिन मायूसी लेकर आया। अगर एसबीआई के आदेशो की माने तो देश में एसबीबीजे के करीब 1000 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इन्हें बैंक ने एक माह की सैलरी देकर रवाना कर दिया है। जो की उन तमाम कर्मचारियों के लिए संकट लेकर आया हैं ।

दो माह से चल रहा था ट्रेनिंग का सिलसिला 

वहीँ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले दो माह से मर्जर से पहले विधाधर नगर स्थित एसबीबीजे के ट्रेनिंग सेंटर में एसबीबीजे के कर्मचारियों की ट्रेनिंग चल रही थी । जिसमें सभी कर्मचारियों को एसबीआई की तकनीक और कल्चर के बारे में बताया जा रहा था। जिसके बाद आज 1 अप्रैल से इन सभी को एसबीआई बैंक में स्थानांतरित जो करना था ।


भावुक दिखे कर्मचारी 

राष्ट्रीय स्तरीय समाचार पत्र की माने तो बैंक कर्मचारियों ने कहा कि ये काफी भावनात्मक मुद्दा है। एसबीबीजे में 35 साल तक काम करने के बाद कल से हम दूसरे नाम वाले बैंक में काम करेंगे। जिसको लेकर काफी चर्चा भी हो रही हैं ।



ओवरटाइम कहाँ जाएगा पता नहीं

जानकारों और मीडिया रिपोर्ट की माने तो एसबीबीजे कर्मचारियों को मार्च के अंत में 20 हजार रुपए तक ओवरटाइम भी दिया जाता था, जो अब मर्जर के बाद मिलना मुश्किल लग रहा है। जिसको लेकर अभी कुछ साफ़ बाहर निकल कर नहीं आ रहा हैं । सभी इसके बारे में अभी बोलने से कतरा रहे हैं ।


ये बैंक भी एसबीआई की शरण में

प्रदेश के पुराने बैंको में शुमार बैंक के साथ आज से यानी एक अप्रेल से एसबीआई में 5 सहयोगी बैंको का विलय हो जाएगा। ये बैंक हैं स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (एसबीबीजे), स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद और भारतीय महिला बैंक। इन सभी बैंको को भी एसबीआई बैंक में विलय करने से काफी कर्मचारियों को दिक्कत भी आई हैं ।


 बैंक खुलेंगे,आपके काम नहीं होंगे

आज निजी व सरकारी सभी बैंक एक अप्रेल को खले तो जरूर रहेंगे लेकिन वित्तीय वर्ष की समाप्ति होने के कारण सारे दिन सभी बैंक अधिकारी कर्मचारी खातो के मिलान में रहेंगे जिसके चलते आज आम जन के लेन-देन के कार्य नहीं हो पाएंगे ।

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