फाइल फोटो |
राष्ट्रीय खबर । पाकिस्तान द्वारा कुलभुष्ण जाधव को फांसी की सज़ा का फैसला देने के बाद से भारत में एक अलग तरह का ही माहोल बना हुआ हैं । हर रोज राजनेतिक पार्टियों द्वारा कुलभुष्ण कें पक्ष में बयानबाजी आती रही हैं तो वहीं देश में भारतीय मूल के कुलभूषण जाधव को वापिस सकुशल भारत लाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं । वहीं जानकारों की माने तो देश भर में ना जाने कितने ही पत्र और ज्ञापन देश के पीएम के नाम सोंपे जा चुके हैं जिसमे कुलभूषण जाधव को भारत लाने की बात कही गयी हैं ।भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि पाकिस्तान यदि भारतीय नागरिक एवं नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा पर अमल करता है तो भारत को बलूचिस्तान को एक अलग देश के रूप में मान्यता देनी चाहिए ।
भारत और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विषय पर अपनी बात रखते हुए स्वामी ने कहा, अगर पाकिस्तान जाधव को मौत की सजा देता है तो बलूचिस्तान को मान्यता देकर उसे सबक सिखाया जाना चाहिए ।यही नहीं, पाकिस्तान को बलूचिस्तान, पख्तूनिस्तान और सिंध में विभाजित कर देना चाहिए ताकि सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए उसे सीख दी जा सके ।
राज्यसभा सदस्य स्वामी ने कहा, ‘पाकिस्तान को सिर्फ आतंकवाद का प्रायोजक देश घोषित करने से कोई मकसद पूरा नहीं होगा ।सिर्फ पाकिस्तान के विघटन से ही सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे से निपटने में मदद मिलेगी । पाकिस्तान में शरण ले रखे दो सबसे ज्यादा वांछित आतंकवादियों हाफिज सईद और दाऊद इब्राहिम के परिसरों पर ‘हमले’किए जाने चाहिए ।
भारत वर्ष में कुलभुष्ण जाधव के मामले को लेकर काफी अडंगे लगाये जा रहे हैं तो वहीं देश के लाल को भारत लाने के प्रयास भी किये जा रहे हैं । स्वामी ने कहा की भारत को अमेरिका साथ सम्बन्ध को बढ़ाना चाहिए ताकि जो परमाणु बम की पाकिस्तान बात करता हैं उसका बटन तो अमेरिका के ही पास हैं ।
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