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Special Coverage - आजादी से पूर्व की परेशानी का किया समाधान , न्याय आपके द्वार शिविर में मिली राहत , गांव 29 एफ के किसानों में खुशी का माहौल । Report Exclusive

किसानों से समझाइश करते उपखण्ड अधिकारीं मुकेश बारहैठ

केसरीसिंहपुर(सोमनाथ नायक)
ग्राम पंचायत कमीनपुरा के चक 29 एफ के लिए प्रशाशन आपके द्वारा का शिविर गुरुवार को खुशियों का पैगाम लेकर आया । आजादी के बाद से चली आ रही खाता विभाजन कि मांग पर प्रशाशन ने कब्जा काश्त किसानों के अलग खाते तैयार करने के आदेश जारी कर दिए । इसमें 295.319 हैक्टर यानी 47 मुरब्बो के 1167 बीघा का 16 खातों में विभाजन कर 150 से अधिक काश्तकारों को अपने भूमि के सरकारी रिकार्ड में दुरुस्ती के साथ अलग खाता भी मिल गया । किसानों ने प्रशाशन का आभार जताया एंव इसमें सहयोग करने वाले उपखण्ड अधिकारीं मुकेश बारहैठ, तहसीलदार गजेंद्र नैण, गिरदावर मुकुल चौधरी, पटवारी जितेंद्र सिंह एंव नरेंद्र कुमार के योगदान की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। इसी के साथ ही गांव 4 एम से 6 एच के बीच से रास्ता भी मौके पर आम सहमति से स्वीकृत किया गया । इससे 4 एम, 29 एफ, 26 एफ, के साथ गंगानगर एंव चूनावढ़ के अलावा शुगर मिल आना भी सुगम होगा ।

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यह था मामला
जल उपयोक्ता संगम के अध्यक्ष 29 एफ निवासी किसान काला सिंह ने बताया कि आजादी से पहले 1945 में यह सारी कृषि भूमि एक व्यापारी जीवन सिंह की थी । जिसे गुलाबेवाला गांव के निवासी किसानों ने चक की सारी जमीन खरीद कर ली । तब से यह सभी सह काश्तकारों के नाम दर्ज कर दी गईं। कालांतर में सरकारी योजनाओं सहित अनेक कार्यो में प्रयुक्त जमाबंदी मालिकाना हक के लेने के लिए सभी चक की नकल लेनी पड़ती थी । क्योंकि यह सारा खाता मुश्तरका(सभी के नाम से) था । इसलिए पूरी पोथी लेनी पड़ती । इस पर किसानो ने खाता विभाजन के अनेक दावे उपखण्ड अधिकारियों सहित उच्च अधिकारियों के समक्ष लगाए थे । 2011 में संयुक्त रूप से वाद लगाया गया । जिस पर प्रशाशन ने कार्यवाही करते हुए इस बड़ी परेशानी का हल इस शिविर में निकाल दिया ।

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यह होगा फायदा
खाता विभाजन होने के बाद चक के किसानों का सरकारी रिकार्ड में कब्जा काश्त भूमि का नक्शायुक्त मुरब्बा नम्बर के साथ किला नम्बर खुल कर कुल भूमि उनके नाम दर्ज हो गई । इससे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए चक के सभी किसानों का सहमति पत्र नही लेना पड़ेगा । अन्यथा 150 से अधिक किसानों से लेना पड़ता । अकेले खाते की नकल मिल पाएगी । कृषि ऋणों में आसानी होगी। एकल खाते की नकल से कागजो का भार कम होगा । सहखातेदार की सहमति से निजात मिल गई । आपसी परिवार की सहमति से ही अन्य विभाजन हो सकेंगे ।

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किसान अरविंद सिंह, गुरजीत सिंह, काला सिंह, मेजर सिंह, करनी सिंह, पाखर सिंह, कुलवीर सिंह आदि ने बताया कि यह कार्य उपखण्ड अधिकारीं एंव राजस्व कर्मियों की कार्य के प्रति दक्षता को दर्शाता है । लम्बे समय से यह मांग परेशानी का सबब बन चुकी थी । यह 29 एफ के किसानों के लिए राहत भरा सराहनीय कदम है ।

सरपंच गुरपिंदर कौर की अध्यक्षता में आयोजित शिविर में चक 4 एम से 6 एच डबवाली के लिए सरकारी रास्ता भी स्वीकृत किया गया । इसके लिए उपखण्ड अधिकारीं ने सभी काश्तकारों की सहमति लेकर मौके पर ही आदेश जारी कर दिए । इस अवसर पर तहसीलदार गजेंद्र नैण, सचिव इंद्राज इंदलिया, करीज़ही पर्यवेक्षक रघुवीर सिंह, जसमत सिंह, नायब सिंह, अजायब सिंह सहित राजस्व विभाग के गिरदावर एंव पटवारी मौजूद रहे । 

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