National News । देश में बीजेपी (BJP) पार्टी अपने चरम सीमा पर हैं तो वहीं अब राजनेतिक गलियारों में यूपी में हुई तख्ता पलट से पुरे देश में खलबली मची थी । अब मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार योगी आदित्यनाथ और मनोहर पर्रिकर ने मुख्यमंत्री बनने के लिए राष्ट्रीय राजनीति छोड़ दी लेकिन वे संभवत: अपनी संसदीय सीट से इस्तीफा राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालने के बाद ही देंगे ।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक-एक वोट महत्वपूर्ण है । जहां विपक्षी दल एक साझा उम्मीदवार तय करने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं, वहीं भाजपा सूत्रों के अनुसार पार्टी चाहती है कि दोनों नेता राष्ट्रपति चुनाव में वोट देने के बाद लोकसभा से अपना इस्तीफा दें । उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी राष्ट्रपति चुनाव के बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे ।
उत्तर प्रदेश और गोवा के मुख्यमंत्रियों के साथ मौर्य को भी शपथ लेने के 6 महीने के अंदर अपने राज्य की विधायिका में चुनकर आना होगा । उनके पास इस लिहाज से अभी काफी समय है जहां राष्ट्रपति चुनाव जुलाई में होने हैं । वे लोकसभा की सदस्यता त्यागने के बाद ही राज्य विधानसभा के लिए चुनाव लड़ सकते हैं ।
पर्रिकर ने 14 मार्च को गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी वहीं आदित्यनाथ और मौर्य ने 19 मार्च को क्रमश: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के रूप में कमान संभाली थी । राष्ट्रपति चुनाव जुलाई में होने हैं और उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव अगस्त में होगा ।
अभी जुलाई को काफी समय पड़ा हैं लेकिन देश में राजनेतिक (Politics) में हलचल होना लाजमी ही हैं । अभी से सभी राजनेतिक पार्टिया अपने-अपने दाव खेलने की तैयारी में हैं । माना जा रहा हैं की महाराष्ट्रा में बीजेपी पार्टी (BJP Party) को शिवसेना पार्टी (Shiv saina Party) को लेकर अभी से सोचने की जरूरत पड़ सकती हैं ।
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