दोस्तों, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि इन्सानियत वेलफेयर सोसाइटी द्वारा किये जा रहे कार्यों, और उनको करने का "एकमात्र मक़सद" बस यही है कि समाज में "इन्सानियत" ज़िन्दा रहे, व हम सभी इन्सान सही मायनों में इन्सानियत से "जीना" सीख जायें, और इसी के साथ ही समाज में एक अच्छा "सन्देश" भी जाये, और लोग "नेक, और "भले कामों से "प्रेरणा" लेकर भलाई के काम करें।
सोसाइटी द्वारा किये जा रहे इसी तरह के कामों की "कड़ी" में आज एक कड़ी और "जोड़ना" चाहता हूँ, जिस कड़ी का नाम है- *इन्सानियत का शपथ पत्र* इसमें हम सोसाइटी की ओर से एक "शपथ पत्र" तैयार कर रहे हैं, जिसमें हम अपने "समाज, अपने "देश, अपने "राज्य, अपने "शहर, व अपने "गली-मोहल्लों" की "भलाई, "विकास, और "तरक़्क़ी से सम्बंधित कुछ "बिन्दुओं" पर ये शपथ पत्र तैयार करेंगे, व "नुक्कड़ सभाओं" द्वारा, एवं "घर-घर जाकर ये शपथ पत्र हम लोगों को "वितरित" करेंगे, इस शपथ पत्र में कई तरह के बिंदु जैसे - देश एवं समाज हित में "बिजली बचाना", अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिये "पानी बचाना", सरकारी "संपत्तियों एवं "संपदाओं को "नुकसान ना पहुँचाना, "सामाजिक बुराइयों" के ख़िलाफ़ लोगों को जागरूक करना, ग़रीब, मजबूर, असहाय, दीन-दुखियों की मदद करके "इन्सानियत की मिसाल" पेश करना आदि कुछ "महत्वपूर्ण बिंदु" तैयार किये जायेंगे,
व सोसाइटी की तरफ़ से लोगों में ये शपथ-पत्र बाँट कर उन्हें "शपथ" दिलायी जायेगी कि वे "देश हित" में "समाज हित" में इन सब भलाई के कार्यों को करने की कोशिश करें, व दूसरों को भी अच्छे काम करने को "प्रेरित" करें, और साथ ही साथ समाज में जो कोई "अच्छा काम" कर रहा है उसका वह अच्छा काम ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचाए जिससे दूसरे भी "प्रेरणा" लेकर "नेकी" और "भलाई" के काम कर सकें।
दोस्तों, बहुत जल्द ये *शपथ पत्र* तैयार हो जायेगा, और इसे लेकर हम "आपके दरवाज़े" पर इस "आशा" के साथ आयेंगे कि "इन्सानियत के नाते", और इन्सानियत को ज़िन्दा रखने हेतु *इन्सानियत वेलफेयर सोसाइटी* को आपका *अमूल्य सहयोग* अवश्य मिलेगा।। (धन्यवाद)
(हमारी इस "मुहिम" में जो लोग भी सोसाइटी से "जुड़कर" "समाजसेवा" और "इन्सानियत" के काम करना चाहते हैं, उनका *हार्दिक स्वागत* है, वे सोसाइटी की "सदस्यता" ले सकते हैं, सदस्यता "पूर्णतया निःशुल्क" है,)
"राशिद सैफ़ी" मुरादाबाद
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