कुचरणी ब्रेकिंग न्यूज़
द टाइम्स ऑफ कुचरणी संवाददाता. बीकानेर.
हड़ताल पर चल रहे राजस्थान के डाक्टरों को कल दुनिया की सबसे रूस्योड़ी (चिढ़चिड़ी) कौम का दर्जा दिया गया. अंतर्राष्ट्रीय संस्था यूनेस्को ने कल 'रूस' के शहर रूस्यामिन्ख में आयोजित एक गोठ-टुगेदर के दौरान यह घोषणा की. अपनी इस उपलब्धि पर डाक्टरों ने मूंडा सुजाकर अपनी खुशी का इजहार किया.
द टाइम्स ऑफ कुचरणी से बात करते हुए यूनेस्को की सचिव चैरी चूनगर ने बताया कि "पिछली कई सदियों से सबसे चिड़ोकले अर्थात रूस्योड़े लोगों की लिस्ट में नंबर वन पर तशरीफ जरू कर के बैठे 'दुल्हे के फूफा' समुदाय को दूसरे स्थान पर जगह दी गई है. वहीं 'भायली' समुदाय को तीसरे स्थान पर रखा गया है."
वहीं अपना पक्ष रखते हुए 'दुल्हे के फूफा' समुदाय के प्रवक्ता श्री रिसाण रंगा ने कुचरणी को बताया कि "ऐ आजकाल रा छोरा गईवाळ पूरा बाईदासिया हुवै... ऐ चेली सैट कर परा लवमैरिज करै.. जिकै कारण ब्याव शादियां में म्हारो काम खाली जीमणे रो रह गियो है.. लेकिन जीं दिन खाली रह सी म्हारो पेट अगेन.. वी विल मेक फूफा ग्रेट अगेन..."
वहीं इस पूरे मुद्दे पर भायली समुदाय की प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हो सकी है क्योंकि रीस में भायली ने हमको वाट्सएप और फेसबुक पे ब्लॉक कर रखा है.
गौरतलब है कि राजस्थान के डाक्टर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर गए हुए हैं. डॉक्टर एसोसिएशन ने कहा कि "हमने अपनी मांगें लिखकर सरकार को भोत पहले झला दी थी.
लेकिन सरकार ने उचित कदम नहीं उठाए". आरोप का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट किया कि " डाक्टरों ने अपनी मांगों का जो रूक्का लिखके दिया है उसे बांचणे में हमारी झौंफ कसीज गई है"
साभार - सोशल मीडिया, (गुस्ताखी माफ)
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