मनोज कुमार
रायसिहनगर से विजयनगर रोड़ पर बनें नये निरंकारी भवन में रविवार को क्षमा याचना दिवस व सत्संग व लगंर का आयोजन किया गया ।निंरकारी मिशन के सेवादल के संचालक महात्मा श्री टहल सिंह जी ने कहा की क्षमा याचना दिवस मनाने का मुख्य उदेश्य यह है की पिछले माह को 18,19,20, नम्बर को दिल्ली में निरंकारी वार्षिक सतं समागम का आयोजन किया गया था।
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निरंकारी मिशन के सेवादल भाई बहिनें व बच्चें वहॉ पर उस सतं समागम के अन्दर सेवा करने गये थे। वहॉ पर दूर दराज से पहुचीं साध सगंत को सेवादल के किसी भाई बहिन बच्चे ध्दारा किसी को भला भूरा कह दिया हो क्षमा करें।ये सत्गुरू के आगे प्रार्थना की गयी ।
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निरंकारी भवन में महात्मा श्री मदन लाल जी ने साध सगंत को सबोंधन करते हुए कहा की इस ससांर में गलती तो हर इंसान से हो जाती है ।उन्होनें कहा की सत्गुरू माता सविन्द्र हरदेव जी ने कहा की अपने तो सांध सगंत में प्यार और सत्कार की भावना बनी रहे।जब सत्गुरू की बात को हम मानकर चलते है, तो अपना जीवन सुख में व्यतीत होता है ।सेवा सिमरण सत्संग करते रहना है ।हमेशा प्रमात्मा का भाणा मानना है ।व शुकराना करना है ।
हानि- लाभ यश अपयश जीवन मरण ये छह चीजें परमात्मा के हाथ में है,जो इंसान सत्गुरू की शरण में आ जाता है , उस पर परमात्मा भी कृपा करता है ।सदा एक सी रहे मन स्थिति चाहे कैसी भी रहे परस्थिति जितना भी समय हमें प्रभु परमात्मा ने दिया है, उसे हमने भक्ति में लगाना है, उन्होनें उदाहरण देते हुए कहा की हमनें सहज रूप से इंसानों के मन में प्रभु परमात्मा को जानने की इच्छा जागृत करनी है, तथा उन्हें निरंकार प्रभु से जोड़ना है।
इस मौके पर सेवादल के सचांलक टहल सिंह जी ,शिक्षक D.C.जोइया ,समाज सेवी सस्था के तहसील सदस्य मनोज कुमार ,बाबूलाल सोनी , राजू जी , गंगासागर ,मनोज कुमार,व पूरी साध सगंत व अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहें ।
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