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नोहर फीडर के हिस्सें का पानी हरियाणा के चार सीपी हेड पर हो रहा चोरी,कई बार उठी मांग,करेगें आंदोलन

  
हरियाणा के चार सीपी हेड पर चलता अवैध मोघा
चारणवासी।(जयलाल वर्मा) किसान हरियाणा राज्य से नोहर फीडर के हिस्सें का पूरा पानी लेने के लिए आंदोलनरत रहते हैं। लेकिन विभाग पूरा सिंचाई पानी लेना तो दूर की बात हरियाणा के चार सीपी हेड के संगम स्थल पर चल रहे अवैध मोघे को बंद नहीं करवा पा रहा। लेकिन हरियाणा राज्य नहर निर्माण से लेकर अब तक पांच क्यूसेक पानी हमेशा चोरी करता रहता हैं। विभाग उन के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रहा। ऐसी स्थिति में नोहर फीडर का सिंचाई पानी का मामला गोळ माल हैं। विभागीय उदासीनता के चलते हरियाणा से हिस्सें का निर्धारित 332 क्यूसेक पानी नहीं लिया जा रहा। उसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। किसानों  का कहना हैं। 

यहां होता है पानी चोरी:
 नहराणा हैड(हरियाणा) से नोहर फीडर व बरवाली नहर समांतर निकलती हैं । नोहर फीडर में हरियाणा क्षेत्र 
का कोई हिस्सा न होने इसमें कोई मोघा व पेयजल पाइप लाइन नहीं लगी हैं। वही बरवाली नहर में हरियाणा राज्य में बराबर कि हिस्सेदारी होने के कारण इसमें मोघे लगे हंै। आगे सीपी चार हैड पर आकर दोनों नहरें एक हो जाती हंै। दोनों नहरों के संगम स्थल पर एक मोघा बना हुआ है। जो मोघा बरवाली नहर में बना होना चाहिएं । क्योकिं उस मोघे से प्रवाहित होने वाले सिंचाई पानी से हरियाणा राज्य की कृषी भूमि सिंचित होती है। यहां से बरवाली नहर से मल्लैका माइनर निकलता हैं। जब इन दोनों नहरों में एक साथ पानी आता हैं। तो  कोई समस्यां नहीं होती हैं। जब अकेली नोहर फीडर चलती हैं। तब भी संगम स्थल पर मोघा लगा होने के  कारण उस में पांच क्यूसेक पानी चलता ही रहता है। नियमानुसार उस मोघा बरवाली नहर में पानी आने पर ही चलना चाहिए।

विभाग मौन: 
सिंचाई विभाग सब कुछ जानते हुए भी अवैध मोघे को बंद नहीं करवा रहा। जिससें किसानों में भारी आक्रोश है। हरियाणा में अवैध मोघे में प्रवाहित होने वाले पानी का सीधा असर नोहर फीडर के किसानों पर पड़ता है। 

कई बार उठी मांग:
किसान नेता धमेन्द्र सुथार ,नंदराम जाखड़,विक्रम जाखड़ ,मोहर सिंह,आरिफ,सुन्दर भाम्मू,कृष्ण स्याग,आदराम गोदारा,मकीद खां इत्यादि ने बताया कि नोहर तहसील में होने वाले आंदोलन में अवैध मोघा बंद करवाने की मांग प्रमुख होती है। फिर भी विभाग व जनप्रतिनिधि उसे बंद नहीं करवा पाऐं। इस संबंध में भारतीय किसान संघ द्वारा सिंचाई विभाग के एक्सईएन को ज्ञापन सौंपा गया हैं। 

करेगें आंदोलन                                                
पूर्व जिला परिषद सदस्य राजेन्द्र कुमार सिहाग ने बताया कि जल संसाधन विभाग उक्त मोघे को बंद करवाने 
के प्रयास ही नहीं कर रहा। पूरा पानी लेने की बजाय आ रहे पानी में से भी विभाग चोरी करवा रहा हैओर विभाग यहां नहरों के रेगुलेशन के चक्कर में रहता हैं। मोघे बंद करवाने को लेकर क्षेत्र के किसानों को साथ लेकर आंदोलन करेगें। 

     



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