रिपोर्ट एक्सक्लूसिव,हनुमानगढ।(जसविंदर सिंह) राजस्थान पटवार संघ के पटवारियों ने जिला अध्यक्ष अनिल बिश्नोई के नेतृत्व में संघ के मांग-पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर आक्रोशपूर्वक जिला कलैक्ट्रेट के समक्ष प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि 22 फरवरी को आयोजित समझौता वार्ता में जयपुर में राजस्थान राजस्व सेवा परिषद व राज्य सरकार के माध्यम से लिखित समझौता हुआ था, जिसमें राजस्थान राजस्व सेवा परिषद के 11 सूत्रीय मांग-पत्र की मांगों के शिघ्र निस्तारण करने की सहमति बनी थी, किंतु 8माह बीत जाने के बाद भी अभी तक समझौते के मुताबिक राज्य सरकार द्वारा ना तो पालना हुई और ना ही कोई आदेश जारी हुआ है।
पटवारियों ने बताया कि पटवारी को तकनीकी पद घोषित करते हुए पद की शैक्षणिक योग्यता स्नातक एवं पटवारी पद का वेतन छठे वेतनमान के अनुसार पे- बैण्ड में ग्रेड-पे 3600 निर्धारित किया जाकर सातवें वेतनमान में वेतन निर्धारण लेवल 10 में किया जाये, एसीपी योजना के स्थान पर चयनित वेतमान योजना 9, 18, 27 वर्ष की सेवा पर पदोन्नती पद का वेतमान स्वीकृत करते हुए नायब तहसीलदार के पद को शत प्रतिशत पदोन्नति से भरे जाने आदि मांगे प्रमुखता से रखी गई है।
संघ के अध्यक्ष अनिल बिश्नोई ने कहा कि 42 दिन से शांतिपूर्ण चल रहे आंदोलन के बाद भी राज्य सरकार द्वारा राजस्थान पटवार संघ की उक्त मांगों पर कोई गौर नहीं किया जाना चिंताजनक है, इसके कारण राजस्थान के समस्त पटवारियों में रोष व्यापत है। जिसके फलस्वरूप आज पटवारियों द्वारा एक दिवस का सामूहिक अवकाश लेकर जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरने की शुरूआत की गई है।
राज्य सरकार अब भी नहीं चेती तो राजस्थान के पटवारियों का आंदोलन उग्र होगा जिसकी समस्त जिम्मेवारी राज्य सरकार की होगी। इस मौके पर रावतसर तहसील अध्यक्ष मनोज कुमार, नोहर अध्यक्ष जयकिशन, टिब्बी अध्यक्ष विष्णु बिश्नोई, हनुमानगढ अध्यक्ष सुभाष जांगिड, संगरिया अध्यक्ष सुभाष जांगिड, पीलीबंगा अध्यक्ष अशोक कुमार, भादरा अध्यख सुरेश कुमार, खूबचंद खत्री, तरसेम सिंह, गुलजार अहमद आदि मौजूद थे।
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