जयपुर, । सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष श्री प्रेमसिंह बाजौर ने कहा कि शहीद अपने देश की रक्षा के लिए जो कुर्बानी देते है उसके आगे हम सभी नतमस्तक है। उन्होंने देश के प्रत्येक शहीद, गौरव सेनानी तथा सिपाही पर गौरवान्वित होते हुए कहा कि जब फौजी बोर्डर पर हर विपरीत परिस्थिति पर भी सीना ताने खडा होता है और सीमाओं की सुरक्षा करता है तब हम सभी चौन से अपना कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि शहीदों की कुर्बानी अनमोल है उसका कोई मोल नही है।
श्री बाजोैर शुक्रवार को सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के माध्यम से डूंगरपुर जिले के भाटपुर, देवलपाल व गलंदर गावं के शहीदों की वीरांगानाओं के सम्मान के अवसर पर सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने शहीदों को सम्मान देने और उनके आश्रित परिजनों के हितों को ध्यान में रखते हुए एक प्रयास किया है जिसके तहत प्रदेश मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने पैकेज तैयार किया है। इसमें शहीद के परिवार के आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाएगी वहीं शहीदों के सम्मान में उस क्षेत्र के सरकारी संस्था यथा विद्यालय, सड़क आदि किसी का सहमति से नामकरण शहीद के नाम पर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहीदों के परिवाजन की इच्छा पर शहीद की मूर्ति भी लगवाई जाएगी। इस मौके पर कर्नल जगदेव सिंह सदस्य शहीद सम्मान यात्रा समिति, कर्नल गुमान िंसह जिला सैनिक कल्याण अधिकारी उदयपुर, समाजसेवी नीम का थाना निवासी शहीद सुनील कुमार के पिता सांवल राम यादव, सामासेवी मनजीत सिंह पाहवा, समाजसेवी वेलजी भाई पाटीदार, पार्षद मुकेश श्रीमाल, पूर्व सुबेदार रामसिंह, तहसीलदार बिछीवाड़ा रमेश शर्मा, नायब तहसीलदार डूंगरपुर नाथूलाल यादव, थानाधिकारी सरपंच पांच महुडी संगीता देवी कोटड, पटवारी गलंदर मोहन मोलात सहित ग्रामवासी, कार्मिक एवं अन्य गणमान्य मौजूद रहें।
सैनिक कल्याण सलाहकार समिति राजस्थान के अध्यक्ष बाजौर डूंगरपुर जिले के देवलपाल निवासी शहीद कालिया, भाटपुर निवासी शहीद रामजी एवं गलंदन निवासी भरतलाल खराडी के घर पहुंचे तथा शहीदों की तस्वीरों पर पुष्पमाला अर्पित कर, दीप प्रज्जवलन कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर उपस्थित समस्तजन ने शहीदों की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
सैनिक कल्याण सलाहकार समिति अध्यक्ष बाजौर ने सबसे पहले देवल पाल में शहीद कालिया के घर पहुंचकर वीरांगना कालीबाई का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। उसके पश्चात् भाटपुर के शहीद रामजी मीणा की वीरांगना रूपली देवी तथा गलंदर के शहीद भरतलाल खराडी की वीरांगना पार्वती का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पूरा देश शहीदों तथा उनके परिवारजनों का कृतज्ञ व ऋणी है । उन्होंने कहा कि यहां की धरा, निवासियों और परिवारजनों को कोटि-कोटि प्रणाम करता हूं। उन्होंने वीरांगनाओं के पैर छुकर आशीष भी लिया।
शहीदों तथा उनके आश्रितों के सम्मान से समस्त उपस्थितजन के साथ ग्रामवासी गौरवान्वित हुए। शहीद रामजी मीणा, कालिया एवं भरतलाल खराडी के बलिदान की गाथा जब पूर्व सुबेदार रामचंद्र रोत ने बताई तथा उनके अभिनंदन में कविता की पंक्तियां पढ़ी तो वहां उपस्थित एक -एक व्यक्ति का सिर गर्व से ऊंचा हो गया। उपस्थित सभी ने एक स्वर में जयघोष करते हुए कहा कि हमें अपने वीर शहीदों पर गर्व है।
इस दौरान उन्होंने शहीदों के परिवारजन एवं ग्रामजनों से समस्याओं के बारें में भी जाना जिस पर भाटपुर निवासियों ने पट्टे दिलवाने, सड़क बनवाने, पांच महुडी में प्राइमरी विद्यालय को उच्च प्राथमिक में क्रमोन्नत करवाने का अनुरोध किया जिस पर अध्यक्ष बाजौर ने लिखित में परिवेदनाएं लेकर सक्षम स्तर से शीघ्रातिशीघ्र समाधान करने की बात कही।
इस अवसर पर सैनिक कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों ने केन्द्र सरकार द्वारा लागू की गई वन रैंक वन पेंशन योजना तथा केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा सैनिकों के कल्याणार्थ लागू की गई अन्य योजनाओं के लिए आभार व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि डूंगरपुर जिले के देवल पाल निवासी शहीद कालिया तथा भाटपुर निवासी रामजी मीणा ने सन् 1971 के युद्ध में देश की रक्षा के खातिर अपने प्राणों का बलिदान दिया था वहीं गलंदर निवासी शहीद भरतलाल खराडी ने श्रीलंका में शांति सेना में कार्य करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे।
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