जयपुर, । उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने कहा कि बिजौलिया में राजकीय महाविद्यालय खोलने के लिए 30 नवम्बर 2017 को आदेश जारी किए गए हैं। इसमें एक प्राचार्य, सात व्याख्याता एवं 13 अशैक्षणिक कार्मिकों के पद स्वीकृत किए गए हैं। जुलाई 2018 से यहां शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ कर दिया जाएगा। शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ होने से पूर्व आवश्यक स्टाफ नियुक्त किया जाएगा। महाविद्यालय प्रारम्भ करने की सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने के लिए नोडल अधिकारी लगा दिया गया है।
श्रीमती माहेश्वरी नेशून्यकाल में इस सम्बन्ध में उठाए मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा किराजकीय महाविद्यालय मांडलगढ में 1999 से स्नातक महाविद्यालय के रूप में प्रारम्भ हुआ, जिसमें वर्तमान में 928 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। 2017-18 से स्नातकोतर स्तर पर क्रमोन्नत करते हुए भूगोल, हिन्दी साहित्य, राजनीतिक विज्ञान, हिन्दी विषय खोले गए हैं।
उन्होंने बताया कि मांडलगढ़ महाविद्यालय में व्याख्याता के 14, प्राचार्य का 1 एवं लाइब्रेरी पीटीआई के एक-एक पद स्वीकृत हैं, जिनके विरुद्ध दो व्याख्याता पदस्थापित है और 11 व्याख्याताओं को पाठयक्रम पूर्ण करवाने के लिए कार्य व्यवस्थार्थ लगाया गया है।
श्रीमती माहेश्वरी ने बताया कि बिजौलिया महाविद्यालय के लिए 5 एकड़ भूमि आवंटित करने के लिए जिला कलक्टर को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। भूमि आंवटित होते ही 6 करोड़ रुपए स्वीकृत करते हुए भवन निर्माण का कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा द्वारा वर्तमान सरकार ने 45 नवीन महाविद्यालय खोलने की घोषणाएं की हैं, जिसमें से 40 में शिक्षण कार्य प्रारम्भ हो गया और 5 महाविद्यालयों में जुलाई 2018 में शैक्षणिक कार्य प्रारम्भ हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि कॉलेज शिक्षा में वर्तमान में व्याख्याताओं के 6 हजार 265 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 3 हजार 925 पदों पर व्याख्याता कार्यरत हैं तथा 2 हजार 330 पद रिक्त हैं। राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा 1 हजार 248 पदों पर लिखित परीक्षा करवाकर परिणाम घोषित कर दिया है। आरपीएससी द्वारा 7 विषयों में 128 चयनित व्याख्याता उपलब्ध कराए गए हैं, जिनमें से 108 व्याख्याताओं का पदस्थापित कर दिया गया है शेष को पुलिस सत्यापन होते ही पदस्थापित कर दिया जाएगा। 31 दिसम्बर 2017 तक 935 रिक्त पदों को भरने के लिए कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गई है।
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