रिपोर्ट एक्सक्लूसिव,हनुमानगढ़। टाउन स्थित प्राकृतिक चिकित्सालय में आठ दिवसीय मनोयोग साधना शिविर का आरंभ किया गया। शिविर में श्री चैतन्य गुरूजी ने बताया कि मानव शरीर पंचतत्व पृथ्वी, अग्नि, वायु, जल, एंव आकाश से बना होता है जब इन पंचतत्व में असंतुलन होता है तो शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियों का जन्म होता है श्री चैतन्या जी ने बताया कि ओमकार साधना में ब्रह्मांड की ध्वनि ओम को एक विशेष तकनीक से उपचारित करने पर शरीर में तिरंगे पैदा होती है
जिससे यह सभी पंचतत्व संतुलित होते हैं जिससे शरीर बीमारियों से मुक्त होकर निरोग बनता है। शिविर में शामिल हुए नए शिक्षार्थियों ने जिनमें लेख राम, विजय माचरा, राजीव ग्रोवर, हीरालाल लोहिया, कृष्ण मेहरडा आदि सम्मिलित हुए ने अपने पहले दिन के मनोयोग साधना शिविर के अनुभव को अद्भुत बताते हुए इसे कायाकल्प करने वाली विधि बताया।
प्रज्ञा परिवार के वरिष्ठ सदस्य डॉक्टर जगतार सिंह खोसा व संयोग शर्मा ने बताया कि भविष्य में होने वाली बीमारियों की अग्रिम जानकारी बायाे वेल मशीन की जांच होती है इस मशीन की जांच रिपोर्ट को सरकारी अस्पतालों में मान्यता प्राप्त है। प्रज्ञा परिवार के सदस्य संयाेग शर्मा ने बताया कि कल से यह बायो वैल जांच सभी शिक्षार्थियों के लिए सुलभ होगी जिससे वे भविष्य में होने वाली बीमारियों के प्रति संचित होकर बीमार होने से पहले ही मनोयोग साधना से इलाज करते हुए हमेशा स्वस्थ रह सकते हैं।
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे