हनुमानगढ़(रिपोर्ट एक्सक्लूसिव)। दिल में छेद की बीमारी हो, क्लब फुट या अन्य कोई गंभीर बीमारी। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) ने आंगनबाड़ी केन्द्र, सरकारी स्कूल व मदरसों में पढऩे वाले 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों का इलाज करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। कार्यक्रम के तहत इलाज पाने वाले बच्चों व उनके परिजनों को राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तरफ से बधाई संदेश वितरित किए जा रहे हैं। गंभीर बीमारियों से निजात पाने के बाद बच्चों के परिजन भी अब सीएम वसुंधरा राजे का आभार प्रकट कर रहे हैं।
सीओ-आईईसी मनीष शर्मा ने बताया कि अपने जिगर के टुकडे के दिल में छेद की बीमारी हो, लाखों रूपए इलाज खर्च हो, इलाज के अभाव में उसे तडफ़ता देखना एक मां-बाप के लिए सबसे दुखद स्थिति होती है। ऐसे में सारा इलाज बिना किसी पैसे के हो और बच्चा स्वस्थ हो जाए, तो यह किसी करिश्मे से कम नहीं होता।
ऐसा ही कुछ हुआ गोलूवाला के मुक्षित और रमणदीप के साथ। और उनके जैसे अनेक बच्चों के साथ, जिन्हें राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत सामान्य व गंभीर बीमारियों से निजात मिल पाई। जिनके माता-पिता पैसे के अभाव में इलाज से हार मान के बैठ गए, लेकिन आरबीएसके उनके लिए फरिश्ता बन कर आया। पहले इन दोनों का इलाज द्वारा जयपुर के निजी और महंगे अस्पतालों में फ्री में करवाकर बीमारियों से आजाद करवाया। अब इनको मुख्यमंत्री की ओर से स्वस्थ होने की खुशी में बधाई संदेश भेंट किये गये। शनिवार को आरबीएसके डॉ. नवनीत कौर, डॉ. उमेश शर्मा, फार्मासिस्ट भोजराज व एएनएम ममता ने मुक्षित व रमणदीप के परिजनों को यह बधाई संदेश भेंट किए, तो बच्चों के साथ-साथ उनके माता पिता के चेहरे भी खुशी से खिल उठे। डॉ. नवनीत कौर ने बताया कि जन्तजात बीमारी वाले किसी भी बच्चें को इलाज से वंचित नही रह सकेगा। आरबीएसके की टीमें निरंतर गांवों में जाकर बच्चों को इलाज के लिए चिन्हित कर रही है। उन्होंने बताया कि जिले में दिल में छेद की बीमारी, क्लब फुट का इलाज पा रहे समस्त बच्चों को सीएम के बधाई दिए जाएंगे।
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