स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
श्रीगंगानगर। जिला कलक्टर ज्ञानाराम ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत श्रीगंगानगर जिला ओडीएफ घोषित किया जा चुका है तथा लगभग सभी घरों में निजी शौचालयों का निर्माण हो चुका है। सरकार द्वारा 98 हजार परिवारों को निजी शौचालय निर्माण के लिये 12-12 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है।
जिला कलक्टर ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग द्वारा मंगलवार को अंधविधालय में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की एक दिवसीय कार्यशाला बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रा में शौचालयों का निर्माण हो चुका है। ग्रामीण स्वच्छता के लिये इन शौचालयों का अधिकतम उपयोग करें तथा इन्हें स्वच्छ रखें। जिला कलेक्टर ने बताया कि इस जिले में पूर्व में गड्ढे वाली कुईयों का इस्तेमाल किया जाता था, जो बिमारियां फैलाने का एक कारण बनती थी। उन्होंने कहा कि ग्रामीणजन शौचालयों का निरन्तर उपयोग करें तथा गांवों को स्वच्छ व सुन्दर बनाने में सहयोग करें।
जिला प्रमुख प्रियंका श्योरान ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना भारत को एक स्वच्छ राष्ट्र बनाना है। इसी संदर्भ में स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत की गई है। जिसके अच्छे परिणाम दिखने लगे है। गांवों में घर-घर शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है। ग्रामीण क्षेत्रा में ठोस कचना प्रबंधन के लिये प्रत्येक ग्राम पंचायत को अधिकतम 20 लाख रूपये की राशि दी जायेगी, जिससे कचरे का निस्पादन होगा।
सूरतगढ़ विधायक राजेन्द्र सिंह भादू ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत करीब-करीब सभी घरों में निजी शौचालयों का निर्माण हो चुका है, लेकिन कुछ ग्रामीण आज भी पुरानी कुईयों का उपयोग करते है, जो स्वच्छता के लिये हानिकारक है। उन्होंने कहा कि पुरानी ऐसी कुईयों के तुड़वाया जाये तथा नवीन शौचालयों के उपयोग की आदत डाली जाये।
जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी चिन्मयी गोपाल ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिला ओडीएफ घोषित हो चुका है तथा इसकी निरन्तरता को बनाये रखना व शौचालयों का अधिकतम उपयोग में लाने के लिये प्रेरित करना ही इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि अब शहरों की तरह गांवों में भी कचरा पात्रा रखे जायेंगें। ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के लिये प्रत्येक घर में अलग-अलग दो कचरा पात्र होने चाहिए। लाल रंग के कचरा पात्रा में न सड़ने वाले ठोस कचरे को तथा हरे रंग के कचरा पात्रा में सड़ने वाला कचरा एकत्रित किया जाये। हरे रंग के कचरा पात्रा में इकठ्ठा हुए वेस्ट से वर्मीकम्पोस्ट का निर्माण होगा तथा लाल रंग के कचरा पात्रा में इकठ्ठे हुए कचरे का गांव के बाहर निस्पादन किया जायेगा।
पूर्व जिला प्रमुख सीताराम मोर्य, घमूड़वाली के सरपंच राजाराम व जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक हरचंद गोस्वामी ने भी भारत मिशन के संदर्भ में आवश्यक जानकारियां दी। स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम में सहयोग करने पर पतराम चौधरी एवं हरलीन कौर को पुरस्कृत किया गया।
आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में प्रधान पुरूषोतम सिंह बराड़ सहित जिले के पंचायत समितियों के प्रधान, उपप्रधान व जिले की पंचायतों के सरपंच उपस्थित थे।
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