समेजा कोठी।दुनिया में न जाने किस किस तरह के जुल्मी इंसान रहते हैं।यह घटना भी घटिया पन व निर्दयी भाव को दर्शाती हैं।लोग गऊ को माता समझ दान पुण्य करते नही थकते लेकिन एक कार्य जुल्मी व्यक्ति ने यह भी किया की महज साल भर की बछड़ी के गले पर आग लगा कर जला दिया।बेचारी बछड़ी जख्म के कारण तडफ रही थी की अचानक समाज सेवक युवक दौलत राम विश्नोई की नजर बछड़ी पर पडी और ईलाज की ठान ली।दौलत राम व साथी संदीप स्वामी व अन्य बिरट भाई को साथ लेकर सरकारी अस्पताल के स्टाफ में कार्यरत पृथ्वीराज से सहायता लेकर बछडी का ईलाज शुरू किया।प्रारम्भिक में बछी के गले की उपरी पासे पर कीड़े पड़कर पांच इंच तक गहरा घाव हो गया था जिसे बडी मुश्किल से साफ कर दवाई लगाई गई।आज भी समाज सेवक साथियों ने बछी के जख्म को साफ करके महलम व इंजेक्शन लगाये परिणाम स्वरूप हालत तो खतरे से बाहर हैं लेकिन घाव गहरा होने के कारण महिना भर भरने में लग सकता हैं।
ऐसी क्रूरता करके इंसान को क्या हासिल होता हैं समझ से परे हैं लेकिन भगवान देख जरूर रहा हैं कर्मो का फल इसी जीवन में जरूर मिलता हैं।ऐसा काम पापी जीवन का व्यक्ती ही कर सकता हैं।
कानून का हैं प्रावधान-यदि किसी व्यक्ती द्वारा पुलिस में एफआईआर दर्ज करवायी जाती हैं तो पुलिस पशु क्रूरता व अत्याचार एक्ट में मामला दर्ज कर कार्यवाही करती हैं।आम नागरिक समाज सेवको से अपील हैं की पशुओं पर अत्याचार रोकने में सहायता करे।
ऐसी क्रूरता करके इंसान को क्या हासिल होता हैं समझ से परे हैं लेकिन भगवान देख जरूर रहा हैं कर्मो का फल इसी जीवन में जरूर मिलता हैं।ऐसा काम पापी जीवन का व्यक्ती ही कर सकता हैं।
कानून का हैं प्रावधान-यदि किसी व्यक्ती द्वारा पुलिस में एफआईआर दर्ज करवायी जाती हैं तो पुलिस पशु क्रूरता व अत्याचार एक्ट में मामला दर्ज कर कार्यवाही करती हैं।आम नागरिक समाज सेवको से अपील हैं की पशुओं पर अत्याचार रोकने में सहायता करे।
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे