शहर में 55.50 करोड की सडके बनने से सुन्दर बनेगा शहर
20 करोड रूपये की अतिरिक्त राशि मिलेगी शहर को
श्रीगंगानगर। राजस्थान सरकार के नगरीय विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. गोयल ने कहा कि श्रीगंगानगर शहर के हालात अच्छे हो, सभी सडके अच्छी हो, सफाई व्यवस्था ठीक हो, ये सभी कार्य अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ करना होगा। विकास के लिए आर्थिक संसाधनों की कोई कमी नही है। शहर की सभी सडके अच्छी हो इसके लिए 20 करोड रूपये की अतिरिक्त राशि दी जा रही है।शहर में बनने वाली सडको को चिन्हित कर तत्काल निविदाए आमंत्रित की जाए।
गोयल रविवार को कलैक्ट्रेट सभाहॉल में अधिकारियों की बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्हेने कहा कि सरकार द्वारा श्रीगंगानगर शहर की सडकों के लिए 20 करोड रूपये की राशि और दी जा रही है। नगर परिषद को पूर्व में दी गई राशि में से शेष ढाई करोड भी नगर विकास न्यास को हस्तांतरित किये जाएंगे इस प्रकार नगर विकास न्यास सडको को चिन्हित कर तत्काल कार्यवाही करते हुए 22.50 करोड रूपये की राशि से सडको का निर्माण करवाएगी।
नगर परिषद पूर्व आवंटित राशि से करवाएगी नालों का निर्माण
नगर परिषद को पूर्व में साढे सात करोड रूपये की राशि विकास के लिए दी गई थी, जिनमें से पांच करोड रूपये की राशि से 6 नालों का निर्माण करवाएगी। मीरा चौक से फ्लाईओवर तक ट्रक यूनियन पूलिया से उदाराम चौक तक, आदर्श सिनेमा से सब्जी मण्डी तक, वार्ड नम्बर 3 में, सुखाडिया सर्किल से मीरा चौक तक, पायल सिनेमा से रविन्द्र पथ तक नालों का निर्माण होगा। नगर परिषद शेष ढाई करोड रूपये की राशि नगर विकास न्यास को हस्तांतरित करेगी।
नगर परिषद को द्धितीय चरण में दिए गए 2 करोड रूपये की राशि सें शहर की 15 सडको का निर्माण, मरम्मत, पेचवर्क के कार्य करवाएंगे जाएंगे
आरएसआरडीसी शहर की दो सडको का कार्य दिन रात कर पूर्ण करेंगे
बैठक में आरएसआरडीसी को निर्देशित किया गया कि सुखाडिया सर्किल से मीरा चौक, मीरा चौक से चहल चौक तक स्वीकृत सीसी सडको का कार्य तेज गति से चलना चाहिए। 12.50 करोड रूपये की लागत से बनने वाली सीसी सडक की राशि प्राप्त हो चुकी है। सडक खुदाई का कार्य चल रहा है, उसे तेज किया जाए तथा दिन रात कार्य तेज गति के साथ अच्छी गुणवत्ता व समय पर कार्य पूर्ण होना चाहिए जिससे शहरवासियों को कोई परेशानी न हो।
पीडब्ल्यूडी शहर की दो सडके बनाएगी, जिन पर खर्च होंगे 19 करोड
श्रीगंगानगर शहर में सडको की हालत अच्छी हो इसके लिए सभी एजेंसियों को एलर्ट कर कर दिया गया है। अब किसी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नही होगी। सार्वजनिक निर्माण विभाग एसएसबी रोड जिसकी लम्बाई 3 किलोमीटर होगी, इस सडक के निर्माण पर 6.21 करोड रूपये की राशि व्यय होगी, का निर्माण करेगी। इसी प्रकार गंगानगर से हनुमानगढ रोड 5.600 किलोमीटर लम्बाई सडक का निर्माण करेगी। इस सडक के निर्माण पर 11.44 करोड रूपये की राशि व्यय होगी।
आरयूआईडीपी के कार्यो से आमजन को कम से कम हो परेशानी
बैठक में निर्देश दिए गए कि आरयूआईडीपी द्वारा किये जा रहे सीवरेज कार्य में आमजन को कम से कम परेशानी हो, आमजन द्वारा किसी प्रकार की समस्या या सुझाव दिया जाता है तो तत्काल उसे ठीक करे। सीवरेज कार्य को उपयोग में लेने वाले नागरिक सन्तुष्ट होने चाहिए। सुखाडिया सर्किल से मीरा चौक होते हुए चहल चौक तक बनने वाली सीसी सडक में सात मीटर के पश्चात इंटरलोकिंग लगाई जाएगी। सडक निर्माण के साथ साथ सभी तरह की भूमिगत पाईपे डालने का कार्य किया जाएगा। सडक बनने के बाद कोई भी तोड-फोड नही की जाएगी। शिवर लाईन के मैन हॉल सडक के लेबल में आए यह जिम्मेदारी सडक निर्माण एजेंसी की होगी।
सात दिवस में भुगतान किया जाए
बैठक में चर्चा कर गई कि किसी भी कार्यकारी एजेंसी का काम पूर्ण होने पर भुगतान में विलम्ब नही होना चाहिए। नगर परिषद में बिल प्रस्तुत करने के सात दिवस में भुगतान किया जाए। अगर सात दिवस में भुगतान नही होता है तो पत्रावली हस्ताक्षर के लिए डीडीआर बीकानेर के पास चली जाएगी तथा डीडीआर के हस्ताक्षर से भुगतान होगा।
सफाई व्यवस्था
अतिरिक्त मुख्य सचिव पी. के. गोयल, निदेशक डीएलबी पवन अरोडा व आरयूआईडीपी के परियोजना निदेशक यशवन्त बी प्रीतम, जिला कलक्टर ज्ञानाराम व न्यास अध्यक्ष संजय महिपाल ने शहर का दौरा कर सफाई व्यवस्था, नागलियों की सफाई व कचरे के उठाव को देखा। गोयल ने स्थानीय निकायों को निर्देशित किया है कि कचरे का उठाव नियमित होना चाहिए। सफाई कार्य में कोई अवकाश नही होता। उन्होने कहा कि अधिकारियों को अपनी शर्तो के अनुसार एजेंसी से कार्य करवाना चाहिए। उन्होने कहा कि एजेंसियों से कार्य लेना अधिकारियों व कार्मिको का उत्तरदायित्व है। स्थानीय निकाय के निदेशक पवन अरोडा ने नगर परिषद के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आगामी सात दिवस तक अतिरिक्त श्रमिक तथा उठाव के संसाधन लगाकर शहर की सफाई व नालों की सफाई करवाई जाए।
निर्माण कार्यो के लिए निगरानी समिति
जिला कलक्टर ज्ञानाराम ने शहर में बनने वाली सडकों की गुणवत्ता व समयबद्ध कार्य के लिए निगरानी समिति का गठन किया है, जिसमें एडीएम शहर, न्यास सचिव, आयुक्त नगर परिषद तथा अधीक्षण अभियन्ता आरयूआईडीपी को शामिल किया गया है। यह समिति बनने वाली सडकों के संबंध में चर्चा कर जिला कलक्टर को रिपोर्ट करेंगे।
जिला कलक्टर ज्ञानाराम ने बताया कि शहर में सफाई व्यवस्था से लेकर निर्माण कार्यो को गति देने के लिए 5 वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को लगाया गया है। वार्ड नम्बर 1 से 10 तक के लिए अतिरिक्त जिला कलक्टर सतर्कता, वार्ड नम्बर 11 से 20 तक के लिए एसडीएम गंगानगर, वार्ड नम्बर 21 से 30 तक के लिए क्षेत्राय उपनिदेशक महिला बाल विकास, वार्ड नम्बर 31 से 40 तक के लिए सचिव न्यास तथा वार्ड नम्बर 41 से 50 तक के लिए सहायक निदेशक लोक सेवाएं को लगाया गया है।
शहर में होने वाले कार्यो की प्रगति की रिपोर्ट प्रत्येक सोमवार को फोटेग्राफ सहित जिला कलक्टर को प्रस्तुत की जाएगी। जिला कलक्टर पूर्ण रिपोर्ट सीएमओ तथा नगरीय विकास विभाग जयपुर को प्रस्तुत करेंगे।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन नखतदान बारहठ, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर गोपाल राम बिरदा, क्षेत्राय उपनिदेशक (बीकानेर) ताज मोहम्मद राठौड, न्यास सचिव कैलशचंद शर्मा, उप सभापति अजय दावडा, आरयूआईडीपी के अधीक्षण अभियन्ता दिलीप गोड सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
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