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स्वाइन फ्लू की चिन्हित रोगी रही पीएचसी के आगे तड़फती,गले मे दर्द से कहराती बच्ची को डेढ़ घण्टे इंतजार के बाद सिर्फ बुखार की एक गोली


@.. डेपुटेशन के सिस्टम से बाहर नहीं निकल पा रहा जसाना पीएचसी
@..पीएचसी के आगे परिजनों के साथ बैठी साधना
@.. प्रभारी बोले क्वार्टर पर हूं,ओर मौजूद मेल नर्स फस्ट गर्ड बोले साहब डयूटी ज्वाइंन करने के बाद घर सामान लाने गए


हनुमानगढ़/चारणवासी(कुलदीप शर्मा/जयलाल वर्मा)।  मोधूवाली ढाणी में दो स्वाइन फ्लू रोगियों की पॉजीटिव रिपोर्ट के बाद गत् मंगलवार को चिकित्सा विभाग की टीम यहां पहुंची थी। तत्कालीन टीम प्रभारी डॉ.राजकुमार छिम्पा ने गांवों में बच्चों की जांच कर युधीष्टर, अभिमन्यु व साधना में स्वाइन फ्लू रोग के लक्षण पाए जाने पर उन्हें चिन्हित कर उपचार शुरू किया था। उपचार के बाद युधीष्टर व अभिमन्यु की हालात सामान्य हो गई ओर साधना की तबीयत बिगड़ती गई। शुक्रवार को साधना की दवाई खत्म हो गई ओर उसके गले में तेज दर्द होने लगा। तो पिता गुरूदीप व मां सूमन उससे लेकर जसाना पीएचसी 4.15 बजे पहुंचे। वहां किसी चिकित्सक न मिलने पर परिजनों की समस्यां ओर बढ़ गई ओर दर्द से कहराती हुई बच्ची को लेकर पीएचसी के आगे बैठकर मदद की गुहार लगाने लगे। सूचना मिलने पर जसाना युवा शक्ति के अध्यक्ष रमेश कुमार बेनिवाल व ग्रामीण पुहंचे। लेकिन पीएचसी में कोई चिकित्सक नहीं था। उसके बाद वहां मेल नर्स फस्ट गर्ड के पद पर तैनात जगदीश कुमार पहुंचे। लेकिन किसी तरह का उपचार नहीं किया। जब ग्रामीणों पीएचसी प्रभारी से बात की तो कोई संतोष जनक जबाव नहीं दिया।


जिसकी सूचना सीएमएचओं डॉ.अरूण चमडिय़ा को दी तब जाकर डेढ घंटे बाद मेल नर्स फर्स्ट गर्ड जगदीश कुमार ने सवा पांच बजे बुखार की मात्र एक दवा देकर भेज दिए। साधना के पिता गुरूदीप ने बताया कि पीएचसी चिकित्सकों की कमी के कारण चार समय दवाई न दी जाने के कारण उसकी हालात खराब हो गई। शनिवार को अन्यत्र ले जाऊगां। माता सूमन ने बताया कि मासूम दर्द से झटपटा रही थी लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। निजी चिकित्सक से कुछ दवा दिलाई। आज जसाना युवा शक्ति के

अध्यक्ष रमेश कुमार बेनिवाल के नेतृत्व में ग्रामीण पीएचसी के आगे प्रर्दशन कर प्रभारी के स्थातंरण की मांग करेंगे। वहीं खास बात ये है कि चिकित्सक डेपुटेशन पर है। ग्रामीणों ने कहां चिकित्सका विभाग मौसमी बीमारियों के लिए लोगों को जागरूक करने की बजाय व्यवस्था सुधारें स्टाफ की।


डेपुटेशन में उलझी सेहत
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ब्लॉक में स्वाइन फ्लू से एक की मौत हो चुकी है तो वहीं दो उपचारधीन है ओर एक संभावित रोगी भी बताया जा रहा है। फिर भी नहीं चिकित्सा विभाग अभी तक सही ढंग से जाग नहीं पा रहा है। लगातार खबरों के बावजूद भी चिकित्सा विभाग बैठके तो करता है लेकिन उनके आदेश-निर्देश व बैठकों का औचित्य ऐसी लापरवाही देखकर कुछ भी नजर नहीं आता है। रिपोर्ट एक्सक्लूसिव ने खबर प्रसारित की थी जिसके बाद वो चिकित्सा महकमा जागा था और वहां जांच करने टीम के साथ पहुंचा था। लेकिन अब फिर से हाल वो ही ढाक के तीन पात वाले नजर आ रहे हैं।


रिपोर्ट एक्सक्लूसिव की पड़ताल
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जानकारों व सूत्रों की पड़ताल में पता चला है कि नोहर ब्लॉक के धानसिया गांव के एक युवक की स्वाइन फ्लू के कारण मौत हो चुकी है ओर आधा दर्जन रोगियों का इलाज अन्यत्र अस्पतालों में चल रहा है। वहीं ग्राम पंचायत जसाना में दो ताजा रोगियों को स्वाइन फ्लू होने की पॉजीटिव रिपोर्ट आ चुकी है। जिनका हिसार इलाज चल रहा है। ओर जो चिकित्सा विभाग की रिस्की मरीज साधना निवासी मोधूवाली वाली ढाणी जिसका इलाज चल रहा था। लेकिन शुक्रवार को साधना की दवाई पीएचसी जसाना द्वारा न दी जाने के कारण परिजनों की सांसे अटक गई ओर चिकित्सा विभाग के दावे की पोल खुल गई।



अब लडख़ड़ाई व्यवस्था के प्रति लामबंद्व होर रहे ग्रामीण
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शुक्रवार मरीज साधना के साथ हुई घटना ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया। खेल-कूदनें की बजाय मासूम दर्द से झटपटाती हुई संवेदनशील चिकित्सा व्यवस्था से मरहम की गुहार लगाती रही। लेकिन पत्थर दिल पीएचसी चिकित्सकों का दिल नहीं पसीजा ओर अधिक माथा पचाई के बाद बेचारी मासूम को बुखार की दवा नसीब हुई। जिसके बाद ग्रामीणों में ख़ासा आक्रोश नजर आ रहा है। वहीं जानकारों की माने तो ये आक्रोश धरने व प्रदर्शन में भी तब्दील हो सकता है।


डेपुटेशन के खेल में राजनीति की बू!
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गांव जसाना में लगभग प्रभारी आए वो डेपुटेशन पर ही थे। यहां डेढ महीनें से प्रति नियुक्ति उतरादा (भादरा)डेपुटेशन पर जसाना लगे हुए थे। लेकिन बताया जा रहा है कि सीएमएचओं ने राजनीति हस्तपेक्ष के चलते गुरूवार को डॉ.राजकुमार का डेपुटेशन रद्द कर दिया ओर मूल प्रति नियुक्ति बिरकाली के डॉ.बंजरग सिहाग को यहां डेपुटेशन पर लगा दिया। ग्रामीणों में सीएमएचओं द्वारा डेपुटेशनों में की गई फेर बदल को लेकर भारी आक्रोश है उनका कहना है अगर स्थाई नियुक्ति नहीं करनी थी। तो डेपुटेशन पर तो डॉ.राजकुमार चल ही रहा था।इसके चलते यहां के वाशिंदे ये बड़ा राजनीति मामला मां रहे है। माना जा रहा है कि अब ग्रामीण फिर से इस मामले में आवाज उठा सकते हैं। 


रिपोर्ट एक्सक्लूसिव ने की पीएचसी प्रभारी से की बात:
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जब स्थानीय खबर सहयोगी ने पीएचसी प्रभारी डॉ.बंजरग सिहाग से बात की तो कहां क्वार्टर पर आया हुआ हूं। हमें कानून बताने की जरूरत नहीं है मुझे सब पता है क्या करना है। बच्ची का अभी इलाज करवा देता हूं। ओर फोन काट दिया। वहीं मौके पर मौजदू मेल नर्स फस्ट गर्ड जगदीश कुमार से बात की तो उसने कहां साहब ने आज ही डयूटी ज्वाइंन की है वो घर सामान लाने गए हुए है।



                                 

सीएमएचओ बोले जांच करेंगे व स्थाई चिकित्सक की करेंगे नियुक्ति
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गांव जसाना में चिकित्सक डेपुटेशन पर लगाया हुआ है। अगर डयूटी पर अनुपस्थित तो जांच करेंगे ओर शीघ्र ही वहां चिकित्सक की स्थाई नियुक्ति की जाएगी।...-डॉ.अरूण चमडिय़ा,सीएमएचओं हनुमानगढ़।

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