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Sri GangaNagar :- कॉलोनाइजर पर आठ करोड़ डकारने का आरोप


श्रीगंगानगर के व्यापारी ने जयपुर के कॉलोनाइजर के खिलाफ दर्ज करवाया मुकदमा
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर के एक व्यापारी ने जयपुर में विकसित हो रही एक कॉलोनी के कॉलोनाइजर पर 8 करोड़ की ठगी करने का आरोप लगाते हुए स्थानीय सदर थाना में मुकदमा दर्ज करवाया है। व्यापारी का आरोप है कि 4 वर्षों के दौरान उसने जयपुर के एक कॉलोनाइजर नरेश जैन द्वारा वहां जवाहर सर्किल के नजदीक विकसित की जा रही कॉलोनी रेडिएंट कासा में उसकी बातों में आकर लगभग 8 करोड का निवेश किया। कॉलोनाइजर के साथ तय हुआ था कि कॉलोनी में फ्लैट बन जाने पर उसे पांच हजार रूपये वर्गगज के हिसाब से जितने फ्लैट उसके हिस्से में आएंगे, वह उसे दे दिए जाएंगे। फ्लैट्स को बेचकर वह अपना मुनाफा कमा लेगा। लेकिन बाद कॉलोनाइजर फ्लैट देने से इंकार कर दिया। पुलिस के अनुसार सदर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए व्यापारी पवन गुप्ता के एक रिश्तेदार सौरभ अग्रवाल निवासी रायसिंहनगर ने आरोप लगाया है कि कॉलोनाइजर नरेश जैन ने विगत दिवस श्रीगंगानगर में इस विवाद को सुलझाने के लिए बुलाई गई पंचायत में वह सब पर्चियां फाड़ दी, जो उसने समय-समय पर पवन गुप्ता द्वारा जमा करवाई गई राशि के बदले में दी थीं।


 दर्ज करवाए गए मुकदमे में सौरभ अग्रवाल ने बताया है कि वह अपने रिश्तेदार पवन गुप्ता का कारोबार संभालता है। पवन गुप्ता की कृषि जिंसों के खरीद फरोख्त की फर्मे में है। हनुमानगढ़ में गणपति फूड प्रोडक्ट के नाम से फैक्ट्री है। श्रीगंगानगर में उद्योग विहार में वेयर हाउस, फैक्ट्री और ऑफिस है। वह सभी जगह कारोबार संभालने में पवन गुप्ता के साथ रहता है। सौरभ अग्रवाल के अनुसार वर्ष 2015 में पवन गुप्ता की जान पहचान नरेश जैन से हुई। नरेश जैन भी कई बार उनके साथ हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और जयपुर आता जाता रहा। वर्ष 2015 में नरेश जैन को पता चला कि पवन गुप्ता कोई फैक्ट्री लगाने जा रहा है। तब उसने सलाह दी कि रियल स्टेट में निवेश करना ज्यादा फायदेमंद रहेगा। तीन चार वर्ष बाद रियल स्टेट में काफी तेजी आने वाली है और उसे काफी मुनाफा होगा। 


सौरभ अग्रवाल के अनुसार पवन व उसकी पत्नी रेणु,नरेश जैन की बातों में आ गए। नरेश जैन ने उन्हें बताया कि जयपुर में उसके द्वारा कालोनियां विकसित की जा रही हैं। वह एक बार जयपुर आकर इन का अवलोकन कर लें। इन कॉलोनियों में 3 और 4 बेडरूम वाले फ्लैट निर्माणाधीन हैं। मुकदमे के अनुसार पवन गुप्ता और रेनू ने जयपुर जाकर  कालोनियों का अवलोकन किया। नरेश जैन ने उन्हें वायदा किया कि वह जितना इसमें पैसा लगाएंगे, उसके हिसाब से ही वह उन्हें फ्लैट दे देगा। वर्ष 2015 से जनवरी 2019 के बीच पवन गुप्ता और उसकी पत्नी ने रेडियंट कासा कॉलोनी में 8 करोड़ का निवेश किया। जब भी पवन रूपये दिए, नरेश ने उसकी कच्ची पर्ची बनाकर  दी।कुछ पैसा बैंक अकाउंट में भी जमा करवाया। सौरभ अग्रवाल का आरोप है कि दिसंबर 2018 में पवन गुप्ता ने नरेश से आग्रह किया कि उसके द्वारा लगाए गए आठ करोड़ के हिसाब से जितने फ्लैट बनते हैं, वह उसे हैंड ओवर किए जाएं। 


तब नरेश जैन ने कहा कि वह 5000 वर्ग गज की बजाय 7000 वर्ग गज के हिसाब से जितने फ्लैट बनेंगे, उतने ही फ्लैट देगा। इस पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। विवाद को सुलझाने के लिए विगत दिवस श्रीगंगानगर में पंचायत हुई। आरोप के मुताबिक इस पंचायत में नरेश जैन 5500 रूपये वर्ग गज के हिसाब से फ्लैट देने को राजी हो गया। नरेश जैन ने पवन गुप्ता से सारी पर्चियां ले ली। इन पर्चियों  में लिखी गई रकम की लिस्ट बना ली।इसके बाद उसने पर्चियां फाड़ कर फेंक दी और कहा कि वह कोई फ्लैट नहीं देगा। पवन गुप्ता और उसकी पत्नी के 8 करोड रुपए डकार लेने का आरोप लगाया गया है। 

जांच करें सब इंस्पेक्टर संदीप कुमार ने बताया कि वह पवन गुप्ता द्वारा लगाए गए पैसों से संबंधित सारा हिसाब-किताब हासिल करने में लगे हैं। इस बीच जानकारी मिली है कि खुद पवन गुप्ता के खिलाफ भी धोखाधड़ी जालसाजी का एक मामला  श्रीगंगानगर जिले के रावला थाना में तीन दिन पहले दर्ज हुआ है। सब इस्पेक्टर संदीप ने कहा कि वे इस मामले की भी जानकारी जुटाएंगे।

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