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Sri GangaNagar - राहुल गांधी की रैली से पहले पूर्व सांसद शंकर पन्नू ने कांग्रेसियों का शिराजा बिखेरा


मंत्री की प्रेस वार्ता में कहा : जिसको टिकट मिलेगी, बाकी उसे हरायेंगे
श्रीगंगानगर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के कल मंगलवार को श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ कस्बे में चुनावी रैली को सम्बोधित करने आने से पहले कांग्रेस के पूर्व सांसद इंजीनियर शंकरलाल पन्नू ने आज विवादास्पद बयान दे डाला। उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनाव में 100 जने टिकट मांग रहे हैं। टिकट एक को मिलेगी। बाकी 99 उसे हरायेंगे। यह विवादास्पद बयान शंकरलाल पन्नू ने सोमवार दोपहर को सूरतगढ़ में राहुल गांधी के रैली स्थल पर प्रदेश के शिक्षा राज्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री गोविन्दसिंह डोटासरा द्वारा की जा रही प्रेस वार्ता में दे डाला। 



 पन्नू द्वारा एकाएक यह बयान देने से मंत्री गोविन्दसिंह डोटासरा, पूर्व विधायक गंगाजल मील तथा उपस्थित अन्य कांग्रेसी नेता सकते में आ गये। शंकर पन्नू के इस कथन पर पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या उन्हें इस बार टिकट नहीं मिली तो वे जिसे टिकट मिलेगी, उसकी खिलाफत करेंगे। तब पन्नू ने गोलमोल जवाब दिया। राज्यमंत्री गोविन्दसिंह डोटासरा ने बात को सम्भाला। उन्होंने शंकर पन्नू के बयान को काटते हुए कहा- ऐसा कुछ नहीं है। जिन्हें टिकट नहीं मिलेगी, वे सभी एकजुट होकर उम्मीदवार को जितायेंगे। पूर्व विधायक गंगाजल मील ने लगभग डांटते हुए लहजे में शंकर पन्नू से कहा कि उन्हें प्रेस वार्ता में ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए। राज्यमंत्री गोविन्दसिंह डोटासरा व अन्य कांग्रेसी नेता रैली स्थल पर तैयारियों का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे। 

तभी उन्होंने वहां आये हुए पत्रकारों के साथ वार्ता की। पूर्व सांसद शंकर पन्नू प्रेस वार्ता जब चल रही थी, उस दौरान वहां आये थे। पत्रकारों ने जिले के प्रभारी मंत्री से पूछा कि उम्मीदवार की घोषणा कब तक हो जायेगी? श्री डोटासरा ने कहा कि इस बार श्रीगंगानगर सीट पर कांग्रेसजनों में भारी उत्साह है। लगभग 100 व्यक्तियों ने कांग्रेस की टिकट मांगी है। पार्टी के नेता उम्मीदवारों का चयन करने के लिए निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार चल रहे हैंं। इसी बीच वहां आये पूर्व सांसद शंकरलाल पन्नू ने एकाएक कहा- टिकट एक को मिलेगी, बाकी 99 उसे हराने में लग जायेंगे। उनके इस कथन ने मौजूद कांग्रेस नेताओं को बेचैन कर दिया। प्रेस वार्ता खत्म होने के बाद शंकर पन्नू मीडियाकर्मियों से अलग बातचीत कर अपनी सफाई देने लगे। शंकर पन्नू का यह बयान राहुल गांधी की रैली से ठीक एक दिन पहले आने से कांग्रेस में खूब खलबली मची हुई है। शंकर पन्नू कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदारों में शामिल हैं। जब पन्नू से उनके इस बयान के सम्बंध में सम्पर्क किया गया तब भी उन्होंने अपनी इसी बात को लगभग दोहराते हुए कहा कि यह तो पार्टी में कल्चर बनता जा रहा है कि जितने दावेदार होते हैं, उनमें से एक को टिकट मिलने के बाद बाकी लग जाते हैं। दूसरी तरफ शंकर पन्नू ने अपनी सफाई में यह भी कहा कि सूरतगढ़ में जब वे सभास्थल पर पहुंचे, तब उन्हें नहीं पता था कि मंत्री जी प्रेस वार्ता कर रहे हैं।



 लेकिन बाद में शंकर पन्नू ने फोन पर हुई बातचीत में अपने इसी कथन को न केवल दोहराया, बल्कि उन्होंने एक और विवादास्पद बात कह डाली। शंकरलाल पन्नू ने कहा कि लोकसभा चुनाव जैसे अतिमहत्वपूर्ण चुनाव के लिए पार्टी में एक सिस्टम होना चाहिए। यह नहीं कि कोई भी कॉपी का पन्ना फाड़े, उस पर टिकट मांगने की अर्जी लिख दे और उसे टिकट मिल जाये। ऐसा कांग्रेस में कब हुआ था? के सवाल पर शंकर पन्नू ने कहा कि भरतराम मेघवाल (पूर्व सांसद) को पार्टी ने पहले बार ऐसे ही टिकट दिया था। भरतराम मेघवाल को जब पहली बार टिकट मिली थी, तब एक समाचार पत्र मेें खबर प्रकाशित की थी कि यह भरतराम मेघवाल कौन है, जिसको उनके बारे में कोई जानकारी है, तो उन्हें बताया जाये। शंकर पन्नू ने कहा कि जो कभी पंच-सरपंच नहीं रहा हो, ऐसे व्यक्ति को टिकट दिये जाने का क्या मतलब है। इसका बाकायदा सिस्टम होना चाहिए कि क्या अर्जी देने वाला एमपी का चुनाव जीत भी सकता है या नहीं। 

यह उनकी सोच, पार्टी में सबको हक
पूर्व सांसद शंकरलाल पन्नू द्वारा दिये गये विवादास्पद बयान में अपना नाम घसीटे जाने पर पूर्व सांसद भरतराम मेघवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह उनकी सोच है। उन्हें लगता है कि शंकरलाल पन्नू बोखला गये हैं। उन्हें लगने लगा है कि इस बार टिकट नहीं मिलेगी। इसीलिए वे इस तरह के बयान दे रहे हैं। खैर यह उनकी अपनी सोच है। जहां तक टिकट की बात है, तो पार्टी में सबको मांगने का हक है। वह चाहे साधारण कार्यकर्ता है या कोई बड़ा नेता। हाईकमान ने तय करना होता है कि टिकट किसे देनी है। 



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