हनुमानगढ़| भारतमाला NH 754 K का लॉक डाउन में निर्माण कार्य रोकते हुए संशोधित अवार्ड जारी करवाने की मांग को लेकर किसान संघर्ष समिति के सदस्यों ने कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। संघर्ष समिति अध्यक्ष दलीप छिम्पा व प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन जिला कलक्टर को सौंपा। जिला कलक्टर को सौंपे ज्ञापन में किसान नेता एवंम प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि एनएच 754 के लिए अधिग्रहित भूमि के मुआवजे के भुगतान में प्रदेश के किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। इसके बारे में हर कोई जानता है।
संघर्ष समिति के बैनर तले पीडि़त किसान गत एक वर्ष से हनुमानगढ़, गंगानगर,बीकानेर, बाड़मेर,जालौर आदि जिला मुख्यालयों पर धरने पर बैठे हंै। उन्होंने बताया कि गत 28 फरवरी से 20 मार्च तक जालौर के बागोड़ा मे किसानो का महापड़ाव व 250 किसानों का 10 दिन का आमरण अनशन चला था और इस दौरान सरकार के साथ किसान नेता रमेश दलाल के नेतृत्व में हुई वार्ता में किसानों की वाजिब मांग पर सहमति बनने के बावजूद कोई राहत नहीं दी। उन्होंने बताया कि अब कोरोना संक्रमण के कारण किसानों ने अपना आंदोलन स्थगित किया हुआ है।
उक्त प्रोजेक्ट के ठेकेदारों के साथ मिलकर सरकार पुलिस संरक्षण देते हुए जबरदस्ती काम शुरू कर वाकर किसानों की पीठ मे खंजर घोपने का काम कर रही है।शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में बीकानेर के रानीसर,पांचू, बाड़मेर व जालौर के कुड़ा दवेचा में काम शुरू करने की कोशिश में किसानों के साथ टकराव भी हुआ है। ज्ञापन में लॉक डाउन में एनएच 754 के में किसी भी तरह का निर्माण कार्य नहीं करने,प्रभावित किसानों को मांग अनुसार बाजार भाव का 4 गुणा संशोधित अवार्ड जारी करने,बाड़मेर व जालौर में रोड को स्टेट हाइवे पर स्थानांतरित कर कीमती कृषि भूमि व राष्ट्र के धन के दुरुपयोग को रोकने की मांग की गई है। मांगे नहीं मानी जाने पर लॉक डाउन की पालना नहीं करते हुए आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।
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