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ख़ाकी ने ख़ाकी को लगाया चुना! तत्कालीन एसपी के नाम का सहारा लेकर पुलिसकर्मियों से ठगी का मामला आया सामने

Ranveer Beniwal,CI

श्रीगंगानगर/हनुमानगढ़(कुलदीप शर्मा)| जब खाकी ही खाकी के साथ दगा करने लग जाए तो सवाल उठने लाजमी है| ऐसा ही एक मामला सामने आया है राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले से! हालांकि इस मामले के तार सीधे तौर पर हनुमानगढ़ जिले से भी जुड़े हुए है| दरअसल पुलिस अधीक्षक कार्यालय श्रीगंगानगर में कार्यरत पुलिस निरीक्षक रणवीर बेनीवाल का तत्कालीन पुलिस अधीक्षक हनुमानगढ़ के पीए के खिलाफ एलआईसी के नाम पर करीब तीन लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसके चलते श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है| हालांकि वायरल वीडियो के बाद दोनों जिलों के पुलिस कप्तान हरकत में आये हैं. 

50 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ धोखाधड़ी का अंदेशा! 
इस मामले के सामने आने के बाद सूत्रों की माने तो ऐसे बहुत से पुलिसकर्मी है जिनसे बीमा के नाम से रूपये ऐंठे गए है लेकिन अभी तक वापिस नहीं किये गए. इसमें ऐसे ही करीब पचास पुलिसकर्मियों के साथ धोखाधड़ी होना बताया जा रहा है। इस संबंध में हनुमानगढ़ पुलिस अधीक्षक ने जांच कमेटी का गठन कर दिया है। मामले की जांच कराई जाएगी। 

2010 से शुरू हुआ था इंस्पेक्टर से ठगी का सिलसिला!
वायरल वीडियो में पुलिस इंस्पेक्टर रणवीर बेनीवाल ने आरोप लगाया है कि जब वे हनुमानगढ़ के गोलूवाला थाने में थाना प्रभारी के पद पर तैनात थे, तो वहां 2010 में हनुमानगढ़ एसपी के पीए राजेश बंसल आए और उन्होंने कहा कि एसपी ने कहा है कि यह दो कंपनी जो पर्ल्स के नाम से थी। उनमें इन्वेस्टमेंट करना है और इसमें आपका सहयोग चाहिए और आपको सहयोग करना पड़ेगा। इस पर एसपी का नाम सुनकर उसे किस्तों में रुपए देने लगे। जो 2016 तक जारी रहा। इस दौरान तीन लाख रुपए तक उसे दे दिए। जब रुपए वापस मांगे तो कहा कि कंपनी बंद हो गई। इसी दौरान पता चला कि कंपनी 2013 में बंद हो गई। पीए इसके बाद भी थाना प्रभारी से रुपए लेता रहा।

एसपी के नाम से चलती रहीं ठगी!
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में इंस्पेक्टर का कहना है कि इसके चलते मैं मानसिक परेशान हूं और मुझे से धोखाधड़ी करके और एसपी का नाम लेकर दबाव डालकर मुझसे पैसे लेता रहा। बार-बार पैसे मांगने पर भी पैसे नहीं दिए। पीए ने करीब 50 लोगों के साथ इस तरीके से ठगी की है। इसमें तत्कालीन एसपी के सामने एक प्रार्थना पत्र भी प्रस्तुत किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते सीआई को यह वीडियो वायरल करना पड़ा। आरोपी पर कार्रवाई और रुपए वापस दिलाने की मांग की है।

इंस्पेक्टर को आश्वासन दिया था कि पुलिस अधीक्षक हनुमानगढ़ को मामले से अवगत करा दिया जाएगा :- हेमंत शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्रीगंगानगर

हनुमानगढ़ एसपी ने जांच कमेटी का किया गठन
मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। दोनों पक्षों की पड़ताल के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला वर्ष 2007 से 2013 के बीच का बताया जा रहा है। राजेश बंसल अभी एसपी कार्यालय की लेखा शाखा में कार्यरत है :- राशि डोगरा, पुलिस अधीक्षक हनुमानगढ़

मेने तत्कालीन एसपी के सामने एक प्रार्थना पत्र भी प्रस्तुत किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते मुझे मजबूरन यह वीडियो वायरल करना पड़ा। मुझे उम्मीद है की हनुमानगढ़ एसपी निष्पक्ष जांच करके मुझे न्याय दिलवाएंगे:- रणवीर बेनीवाल,पुलिस निरक्षक 


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