इन्दिरा रसोई योजना
श्रीगंगानगर,। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा ‘‘कोई गरीब भूखा ना सोये‘‘ के संकल्प के साथ 20 अगस्त 2020 से प्रदेश के सभी 213 नगरीय निकायों में 358 रसोईयों के माध्यम से इन्दिरा रसोई योजना शुरू की जा रही है। इस योजना का नाम देश की महान नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इन्दिरा गांधी के नाम पर रखा गया है, जिनका पूरा जीवन गरीबों और वंचितों को समर्पित रहा है।
इंन्दिरा रसोई योजना में लाभार्थी को 8 रूपये में शुद्ध, ताजा एवं पोष्टिक भोजन दिया जायेगा, जिसे सम्मानपूर्वक एक स्थान पर बैठकर भोजन करने की व्यवस्था की गई है। विकेन्द्रित स्वरूप के अंतर्गत जिला स्तरीय समिति को आवश्यकतानुरूप स्थान, मैन्यू व भोजन समय के चयन की स्वतंत्रता है। राज्य सरकार द्वारा 12 रूपये प्रति थाली अनुदान, योजना हेतु प्रतिवर्ष 100 करोड़ रूपये का प्रावधान है। प्रतिदिन 1.34 लाख व्यक्ति एवं प्रतिवर्ष 4.87 करोड़ लोगों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है तथा आवश्यकता के अनुरूप इसे और बढ़ाया जा सकता है। रियल टाइम आॅनलाईन माॅनिटरिंग एसएमएस गेटवे से लाभार्थी को सूचना एवं फीडबैक सुविधा है। इस योजना के अंतर्गत 213 नगरीय निकायों में 358 रसोईयों का संचालन होगा।
अधिक घनत्व वाले स्थानों जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, अस्पताल, चैकड़ी इत्यादि में से रसोई हेतु स्थान चयन किये गये हैं। प्रत्येक रसोई संचालन हेतु एकमुश्त 5 लाख रूपये आधारभूत एवं 3 लाख रूपये प्रतिवर्ष आवर्ती व्यय का प्रावधान किया गया है। सहकारिता अधिनियम के तहत विधिक व संस्थागत स्वरूप रहेगा तथा कोरोना महामारी के बचाव हेतु रसोईयों पर आवश्यक प्रावधान किया गया है। योजना में सेवाभावी स्थानीय संस्थाओं, स्वयंसेवी संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए सेवाभाव से रसोईयों का संचालन किया जायेगा। भोजन मेन्यू में मुख्य रूप से प्रति थाली 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 250 ग्राम चपाती एवं आचार सम्मिलित रहेगा।
सामान्यतः दोपहर का भोजन प्रातः8.30 बजे से मध्यान्ह 1 बजे तक एवं रात्रिकालीन भोजन सायंकाल 5 बजे से 8 बजे तक उपलब्ध कराया जायेगा। समय-समय पर जिला स्तरीय समिति द्वारा निरीक्षण व गुणवत्ता जांच की जायेगी। संस्था का चयन जिला स्तरीय समन्वय एवं माॅनिटरिंग समिति द्वारा किया जायेगा।
इन्दिरा रसोई योजना की प्रशासनिक व्यवस्था में राज्य/जिला स्तरीय प्रबंधन व माॅनिटरिंग समिति का गठन कर स्थानीय संस्थाओं को चयन में प्राथमिकता दी गई है। योजना की स्थायी एजेण्डा के माध्मय से नियमित समीक्षा की जायेगी। इस योजना के तहत नगरनिगम 300 थाली दोपहर व 300 थाली रात्रि भोजन, नगरपरिषद व नगरपालिकाएं 150 थाली दोपहर व 150 थाली रात्रि भोजन के लिये उपलब्ध करायेंगे। श्रीगंगानगर में नगरपरिषद द्वारा तीन रसोई का संचालन किया जायेगा। इस योजना में व्यक्ति/संस्था/काॅर्पोरेट/फर्म आर्थिक सहयोग भी कर सकते हंै। इस योजना में दान व सहयोग मुख्यमंत्री सहायता कोष अथवा रजिस्ट्रर्ड जिला स्तरीय इंन्दिरा रसोई के बैंक खाते में ही किया जा सकेगा। रसोई में आप अपने परिजनों की वर्षगांठ, जन्मदिवस या अन्य किसी उपलक्ष्य में दोपहर/रात्रि या दोनों समय का भोजन प्रायोजित कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा चलाई जा रही इस योजना का शुभारम्भ 20 अगस्त को किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के सपने को साकार करने के लिये नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग ने पूरी जिम्मेदारी ली है। नगरीय विकास एवं आवासन, स्वायत्त शासन मंत्री श्री शान्ति धारीवाल ने स्वायत्त शासन विभाग को मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप इन्दिरा रसोई योजना को पूरे राज्य में लागू करने के निर्देश दिये हैं। नगरीय निकाय रसोईयों के दिन-प्रतिदिन संचालन की नियमित माॅनिटरिंग एवं समीक्षा करेंगी।
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