राजस्थान पंजाबी भाषा अकादमी के सचिव डाॅ. श्याम लाल कुक्क्ड़ ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर पंजाबी कलाकारों के प्रोत्साहन के लिये ऐसे कलाकारों के पारम्परिक विरासत या पीढ़ी दर पीढ़ी किये जाने वाली विधाओं के कलाकारों की जानकारी प्राप्त कर प्रतिभाओं को उभारने का कार्य किया जायेगा। जिन कलाकारों का कोई लेबल, साहित्य, कला का केन्द्र, अन्य राज्यों के पुरस्कार, पदम विभुषण, पदमश्री मिले हो तो ऐसे कलाकार अपना आवेदन निर्धारित प्रारूप में तीन दिवस में जमा कर सकते है।
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