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एचआरसीटी जांच की तय से अधिक राशि वसूलने पर एक निजी लैब सीज जिला कलेक्टर मेहता के निर्देशन में की गई कार्रवाई

कोविड-19 नोडल ऑफिसर की टीम ने की कार्रवाई

बीकानेर,। कोरोना संक्रमण के संबंध में एच आर सी टी जांच के लिए राज्य सरकार की निर्धारित दरों से अधिक राशि वसूलने पर शुक्रवार को चिकित्सा विभाग व जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए एक निजी लैब को सीज कर दिया गया।

सीएमएचओ डॉ बीएल मीना ने बताया कि जिला कलेक्टर नमित मेहता के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई में एक जांच ऑपरेशन कर पाया गया कि मार्स इमैजिक सेंटर  द्वारा एचआरसीटी केे लिए निर्धारित  दरों से अधिक राशि वसूल की जा रही है।  डॉ  मीना ने बताया कि जांच दल के इंचार्ज और कोविड-19 नोडल अधिकारी गोपाल राम बिरदा के नेतृत्व में यह जांच आपरेशन किया गया। बिरदा जांच लैब में एचआरसीटी  करवाने के लिए पहुंचे। लैब के स्टाफ द्वारा 3500 रुपए की राशि जमा कराने की बात कही गई। बिरदा ने 3500 रुपए की रसीद कटवाई। इसके बाद दल ने लैब को तुरंत प्रभाव से सीज करने की कार्रवाई की।


मीना ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप एचआरसीटी जांच के लिए नाॅन एनएबीएच लैब के लिए 1700 व एनएबीएच के लिए 1955 रुपए की दर तय की गई है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त एक अन्य लैब की भी जांच की गई जिसमें एचआरसीटी जांच की राशि तय मानकों के अनुरूप लेना पाया गया।


     जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि किसी भी स्थिति में जांच लैब की मनमानी बर्दाश्त नहीं होगी। सरकार ने आम आदमी को राहत देने के लिए स्पष्ट दिशानर्देश जारी किए हैं। एचआरसीटी जांच करने वाली समस्त लैब को इन मानकों की जानकारी दी जा चुकी है। ऐसे में निर्धारित दरों से अधिक पैसा वसूलने का मामला सामने आने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय  है कि जिला कलेक्टर मेहता ने  सीएमएचओ और कोविड नोडल ऑफिसर को इन लैब्स का निरीक्षण करते हुए नियमों में गड़बड़ी पाए जाने पर कार्यवाही के निर्देश दिए थे।

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