श्रीगंगानगर,। राज्य सरकार द्वारा सोमवार 18 जनवरी से समस्त शिक्षण संस्थाएं कोविड-19 की गाईडलाईन के अनुसार खोल दी गई हैं। सोमवार को ही राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय को भी कई महीनों के बाद पाठक वर्ग के लिये शुरू किया गया है। इस अवसर पर पुस्तकालय में प्रवेश द्वार पर पाठक वर्ग की सुविधा के लिये आॅटोमैटिक सेनेटाईजर स्प्रे मशीन का लोकार्पण समाजसेवी श्री अशोक चांडक द्वारा किया गया एवं सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय की सहायक निदेशक श्रीमती ऋतु सोढ़ी इस अवसर पर उपस्थित रहीं।
जिला पुस्तकालय अध्यक्ष डाॅ. रामनारायण शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह पुस्तकालय सन् 1956 से नागरिकों को सार्वजनिक पुस्तकालयी सेवा प्रदान करता आ रहा है। इस पुस्तकालय में 50 हजार से अधिक पुस्तकें उपलब्ध है, जिसमें हर विषय एवं हिन्दी साहित्य से संबंधित सैकड़ों पुस्तकें उपलब्ध हैं। पिछले कुछ वर्षों से इंटरनेट के प्रचार-प्रसार से पुस्तकें पढ़ने की आदत में कमी आई है, परन्तु आज भी श्रीगंगानगर जिले में साहित्य व पठन का शौक रखने वाले पाठकगण यहां आते रहते हंै। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिये भी छात्र-छात्राएं आते रहते हैं। यहां कई महीनों बाद आज रौनक वापिस लौट आई है।इस अवसर पर पुस्तकों के महत्व पर केन्द्रित एक संक्षिप्त कार्यक्रम ‘‘पाठक संवाद‘‘ का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नगरपरिषद के पेरोकार श्री प्रेम चुघ, जिला पुस्तकालय के वरिष्ठ लिपिक श्री रमेश गोयल, सहायक कर्मचारी संतोष कुमार, सुरक्षा कर्मी साहबराम, सूचना एवं जनसंपर्क से श्री ज्ञानप्रकाश व प्रबुद्ध पाठकगण उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि श्री अशोक चांडक ने इस पुस्तकालय का भ्रमण किया व यहां की साफ-सफाई व व्यवस्थाओं की तारीफ की
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