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जिला कलक्टर मेहता ने की जनसुनवाई बरसिंहसर, स्वरूपदेसर व लालमदेसर में ग्रामीणों के सुने अभाव-अभियोग

बरसिंहसर थर्मल पावर स्टेशन का किया निरीक्षण

बीकानेर, । जिला कलक्टर नमित मेहता शनिवार को तहसील बीकानेर के गांवों के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने ग्राम पंचायत बरसिंहसर, लामदेसर और स्वरूपदेसर के ग्राम पंचायत भवन में जन सुनवाई की और अधिकारियों को मौके पर समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए।

मेहता को ग्राम पंचायत बरसिंहसर में ग्रामीणों ने गांव में ट्यूबवैल व नया जलहौज बनवााने, जल भराव तथा गांव के कुछ भाग में सीवर लाइन डालने के लिए ज्ञापन दिए। जिला कलक्टर ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी ली और कहा कि जलजीवन मिशन के तहत इस गांव को प्रोजेक्ट में शामिल किया गया हैं। मिशन के तहत घर-घर पानी का कनेक्शन दिया जायेगा और स्वच्छ भारत मिशन के तहत जल भराव की समस्या का समाधान किया जायेगा। उन्होंने उदयरामसर से बरसिंहसर तक की सड़क के नवीनीकरण के प्रस्ताव बनाने के निर्देश सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियन्ता को दिए।

गांव लालमदेसर में उन्होंने बरसाती पानी की निकासी के लिए सीवरेज सिस्टम विकसित करने के तथा खेल मैदान की चार दीवारी का कार्य ग्राम पंचायत और मनरेगा से करवाने के प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने गांव में वाॅल्टेज सुधार के लिए एक अतिरिक्त 5 मेगावाॅट का टृªांसफार्मर के स्वीकृत करवाने के निर्देश डिस्काॅम के अधीक्षण अभियन्ता गोयल को निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों को राजकीय प्राथमिक विद्यालय की चार दीवारी की मांग पर कहा कि चार दीवारी का निर्माण करवा दिया जायेगा। उन्होंने खाद्य सुरक्षा में नाम शामिल करवाने की मांग पर कहा कि वर्तमान में इस पर रोक लगी है, रोक हटने पर वंचित लोगों के नाम इस योजना में जोड़ दिए जायेंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के आधार कार्ड बनाने के लिए गांव में कैम्प लगाया जायेगा। उन्होंने ग्रामीणों द्वारा गांव में 11 हजार केवी की विद्युत लाइन को गांव के बाहर शिफ्ट करवाने की मांग पर कहा कि इसके लिए ग्राम पंचायत अथवा अन्य किसी द्वारा 50 प्रतिशत राशि दी जाती है तो विद्युत विभाग अपने हिस्से की 50 प्रतिशत राशि खर्च करके लाइन को गांव से बाहर से निकाल देगा।

ग्राम पंचायत स्वरूपदेसर में उन्होंने विद्युत विभाग को गांव में ढ़ीले विद्युत तारों को कसवाने के निर्देश देते हुए कहा कि यह कार्य आगामी 7 दिनों में हो जाना चाहिए। उन्होंने यहां जलदाय विभाग से संबंधित शिकायतों पर कहा कि टुटी हुई पेयजल लाइनों को तुरन्त ठीक करवाएं तथा कनिष्ठ अभियन्ता ग्रामीणों के फोन उठाए तथा उनकी समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने कहा फोन नहीं उठाने की शिकायत नहीं आनी चाहिए।

बरसिंहसर थर्मल पावर स्टेशन का किया निरीक्षण- जिला कलक्टर ने बरसिंहसर थर्मल पावर स्टेशन में प्रोजेक्ट वन एण्ड टू यूनिट के कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने विद्युत उत्पादन तथा वितरण के बारे में यूनिट हैड से जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने थर्मल पावर स्टेशन के अधिकारियों से थर्मल पावर की गतिविधियों को पावर पोइन्ट प्रजेटेशन के माध्यम से जाना। उन्हे बताया गया कि इस स्टेशन पर 125-125 मेगावाट की दो यूनिट लगी हैं। इस थर्मल से उत्पादित विद्युत का 98 प्रतिशत जोधपुर, अजमेर और जयपुर डिस्काॅम को दी जा रही है। साथ ही इस प्रोजेक्ट ने  वर्ष 2017 से अब तक 15 करोड़ से अधिक राशि अपने सामाजिक सरोकार से जुड़ी गतिविधियों पर खर्च की है। लगभग 1.09 रूपये प्रतियूनिट विद्युत उत्पादन पर खर्च पड़ता हैं। इस दौरान उन्हें बताया गया कि इस पूरे क्षेत्र के पर्यावरण प्रबंधन, हैल्थ सिस्टम तथा गुणवता प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया हैं । थर्मल के परियोजना प्रमुख ई.इसक्किमुथु ने परियोजना के सुरक्षा मानको सहित कोयला के खनन के बारे में जानकारी। जिला कलक्टर ने लिग्नाईट की खान में खनन कार्य स्थल का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों से जानकारी ली।

इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्यकार्यकारी अधिकारी ओम प्रकाश, उपखण्ड अधिकारी मीनू वर्मा, अधीक्षण अभियन्ता जलदाय दीपक बंसल, अधीक्षण अभियन्ता सार्वजनिक निर्माण विभाग डी.पी. सोनी, उप निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एल.डी.पंवार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुकुमार कश्यप, अधीक्षण अभियन्ता डिस्काॅम अशोक गोयल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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