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घर-घर औषधि योजना का हुआ शुभारंभ

 लूणकरनसर में ग्राम स्तरीय वन महोत्सव कार्यक्रम आयोजित



घर-घर औषधि योजना का हुआ शुभारंभ

बीकानेर, । वन विभाग की ओर से रविवार को 72 वां ग्राम स्तरीय वन महोत्सव और घर-घर औषधि योजना कार्यक्रम लूणकनसर के भीमसेन चौधरी पार्क में मनाया गया। इस अवसर पर अतिथियों ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण को प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व बताया।

कार्यक्रम में प्रधान कानाराम गोदारा व विकास अधिकारी लूणकरनसर सरला देवी ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में शुरू की गई घर-घर औषधि योजना को आमजन के लिए बहुत उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि प्रकृति के सन्तुलन और पर्यावरण संरक्षण के लिए वनों का बड़ा महत्व है। साथ ही हमारी संस्कृति एवं चिकित्सा पद्धतियों में औषधीय पौधों का विशेष स्थान है। ग्रामीणों की स्वास्थ्य रक्षा तथा औषधीय पौधों के संरक्षण एवं संवर्धन की दृष्टि से राज्य सरकार ने घर-घर औषधि जैसी अभिनव योजना का शुभारम्भ किया है, जिसका हमें लाभ उठाना चाहिए।

तहसीलदार शिव प्रसाद गौड़ ने कहा कि योजना में उपलब्ध करवाए जा रहे पौधों को अपने घर-आंगन में उगा कर अपनी और अपने परिवार की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करें। वन विभाग की ओर से प्रदेश के सभी परिवारों को तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा और कालमेघ के औषधीय पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे। रैंजर नरेन्द्र चौधरी ने योजना के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि इस बार वन महोत्सव की थीम भी घर-घर औषधि योजना रखी गई है। अन्य वक्ताओं ने भी योजना को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए ग्रामवासियों से योजना का लाभ उठाने का आह्वान किया।

इस अवसर पर अतिथियों को औषधीय पौधों की किट भेंट की गई।।

औषधीय पौधों का वितरण

कार्यक्रम स्थल से घर-घर औषधीय पौध वितरण के लिए दो ट्रेक्टर ट्रोली रवाना की गई। वन विभाग, नेहरू युवा केन्द्र के युवा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, बीएलओ ने लूणकरनसर के बाजार में औषधीय पौधों के किट का वितरण किया। कार्यक्रम में उप सरपंच गणेशाराम सोलंकी सहित ग्रामवासी उर्पिस्थत थे।

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