अनूपगढ में नशा मुूक्ति शिविर आयेजित
श्रीगंगानगर,। जिला पुलिस अधीक्षक श्री आनंद शर्मा के निर्देशानुसार चलाये जा रहे नशा मुक्ति महाअभियान के अन्तर्गत गुरूवार को पुलिस थाना अनूपगढ द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय अनूपगढ में नशा मुक्ति जन जागृति कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस उप अधीक्षक श्री जयदेव नेे अपने सम्बोधन में कहा कि नशा प्रवृति आज एक महामारी का रूप ले चुकी है नशा करने से युवा पीढी पथ भष््रट होकर अनुचित कार्यो अपराधों इत्यादि में संलिप्त हो रही है, अपना भविय बरबाद कर रही है तथा समाज के लिए विकराल समस्या का रूप ले रही है। नशे को काबू करने के लिए जिला प्रशासन एंव पुलिस द्वारा नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है, जिसमे जन जन को जुड कर समाज को नशा मुक्ति करने के पावन उदेश्य से अपना हर सम्भव सहयोग प्रदान करना चाहिए जिससे नशे को मिटाया जा सके।
कार्यक्रम में नशा मुक्ति विशेज्ञ डॉ0 रविकान्त गोयल ने अपने सम्बोधन मे कहा कि नशे की लत व्यक्ति से उसका तन-मन-धन सामाजिक प्रतिष्ठा छीन लेती है तथा बदले में दुख -दर्द तकलीफें मुसीबते प्रदान करती है। दिहाडी मजदूरी करने वाले अनेक लोग नशे मे अपनी सारी कमाई बरबाद कर देते है तथा घर जाकर परिवार के साथ मारपीट गाली गलौच इत्यादि करतें है जिससे उनके घर में गरीबी लाचारी अभाव इत्यादि समस्यायें डेरा डाल लेती है बच्चें छोटी छोटी वस्तुओं के लिए तरसते है। डॉ0 रविकान्त गोयल ने बताया कि ऐसे व्यक्ति जब उनसे ईलाज लेकर नशा छोड देते है तो उनके जीवन मे सुखद परिवर्तन दृष्टिगोचर होने लगते है। बच्चों की आवश्यकताओं की पूर्ति होने लगती प्रेम एंव उल्लास का वातावरण बन जाता है तथा सुन्दर भविष्य की आशा के दीप टिमटिमाने लगते है। डॉ0 गोयल ने उपस्थित लोगों को नशों के दुष्प्रभावों से अवगत करवा कर नशों से बचने के उपाय बतायें तथा जीवन भर नशा न करने की शपथ दिलवाई।
कार्यक्रम में शाला प्रधानाचार्य श्री हेतराम बसीर ने अपनेे सम्बोधन में कहा कि नशा ज्यादातर पुरूष ही करें लेकिन उसका प्रकोप न केवल परिवार पर बल्कि पूरे समाज पर पडता है विशेष तौर पर महिलाऐं इससे ज्यादा पीडित होती है महिलाओं के के साथ होने वाली घटनाएं जैसे मारपीट गाली गलौच छीना झपटी एंव दुष्कर्म ज्यादातर नशा करने वाले व्यक्तियों द्वारा की जाती है। महिलाओं को जागरूक होकर तथा सशक्त होकर नशे का समूल नाश करने हेतु प्रतिबद होना होगा जिससे महिलाएं सम्मान पूर्वक जीवन यापन कर सके। मंच संचालन श्री मनीराम गजुआ व्याख्याता ने किया। (
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