निजी चिकित्सालयों से उत्पन्न बायो वेस्ट का विधिवत हो निष्पादन
नोडल अधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी का गठनसीटीएफ से जुड़ने के लिये आज से शिविर: जिला कलक्टर
श्रीगंगानगर, । नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशानुसार बायोमेडिकल वेस्ट मेनेजमेंट रूल 2016 की अनुपालना के लिये जिले के समस्त प्राईवेट हॉस्पिटल, लेब, क्लीनिक को बायोवेस्ट निष्पादन हेतु ई-टेक प्रोजेक्ट श्रीगंगानगर से जोड़ने के लिये जिले में 7 शिविर आयोजित किये जायेंगे।
जिला कलक्टर श्रीमती रूक्मणि रियार सिहाग ने बताया कि एनजीटी के निर्देशों की पालना करने के लिये जिले के समस्त प्राईवेट हॉस्पिटल, प्राईवेट लेब, प्राईवेट क्लीनिक को ई-टेक प्रोजेक्ट श्रीगंगानगर में सीटीएफ सर्विस प्रोवाईडर के द्वारा निर्धारित दर अनुसार जोड़ने के लिये 16 से 28 मार्च तक शिविर निर्धारित किये गये है। वंचित चिकित्सालयों को बायो वेस्ट निपटारे के लिये जिला स्तर पर नियुक्त नोडल अधिकारी उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है।
समिति में चार अधिकारी शामिल
जिला कलक्टर श्रीमती रूक्मणि रियार सिहाग ने बताया कि उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. करण आर्य की अध्यक्षता में समिति बनाई गई है। समिति में डीपीएम श्री विपुल गोयल, यूपीएचएम श्री नकुल शेखावत तथा डीपीओ-2 श्री अजय शेखावत सदस्य के रूप में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि ब्लॉक स्तर पर शिविर आयोजित किये जायेंगे।
कब और कहां लगेंगे शिविर
जिला कलक्टर ने बताया कि 16 मार्च को पदमपुर में, 21 को रायसिंहनगर में, 22 को अनूपगढ़ में, 23 को घड़साना में, 24 को सूरतगढ़ में, 25 को सादुलशहर में तथा 28 मार्च को करणपुर में शिविर लगाकर प्राईवेट हॉस्पिटल, प्राईवेट लेब, प्राईवेट क्लीनिक को जोड़ा जायेगा। जिले के समस्त बीसीएमओ को निर्देशित किया गया है कि खण्ड स्तर पर संचालित प्राईवेट हॉस्पिटल लेब व क्लीनिक प्रभारी को आयोजित शिविरों में बुलाकर चिकित्सीय संस्थानों को सीटीएफ से जुड़वाना सुनिश्चित करेंगे।
जिला कलक्टर ने जिले के समस्त एसडीएम को निर्देशित किया है कि सूची में वर्णित निजी चिकित्सीय संस्थानों को सीटीएफ से जुड़वाने हेतु चिकित्सा विभाग द्वारा आयोजित निर्धारित कार्यक्रमानुसार शिविरों की मॉनिटरिंग अपने स्तर से करना सुनिश्चित करे।
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