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जिले के युवा लीडर अब बने ‘‘सीमा रक्षक’’ -यूथ लीडरशिप ट्रेंनिंग कार्यक्रम का समापन

 

जिले के युवा लीडर अब बने ‘‘सीमा रक्षक’’
-यूथ लीडरशिप ट्रेंनिंग कार्यक्रम का समापन
श्रीगंगानगर। जिला पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में चितलांगिया धर्मशाला में आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा वाईएलटीपी ‘‘यूथ लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम’’ के सात दिवसीय प्रशिक्षण का शनिवार को समापन समारोह आयोजित किया गया।
 कार्यक्रम में जिला कलक्टर अंशदीप ने कहा कि आने वाले दिनों में ऑपरेशन सीमा के तहत प्रशिक्षण लेने वाले और इनके जैसे हजारों नौजवान युवा लीडर बनकर गंगानगर जिले की दशा और दिशा बदल देंगे।
 जिला पुलिस अधीक्षक  परिस देशमुख ने कहा कि प्रशिक्षण लेने वाले युवा मशाल की तरह नशे के खिलाफ अलख जगाएं और जिले को नशे से मुक्त करने में सहयोग करें।
 आर्ट ऑफ लिविंग प्रभारी डॉ. मितु शर्मा ने बताया कि बेंगलुरु से टीचर जिगिश ने प्रशिक्षण दिया। कार्यक्रम में 100 युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया, जो अब प्रशिक्षण लेकर पुलिस मित्र व सीमा रक्षक के रूप में कार्य करेंगे। ये युवा गांव में जाकर नशे के खिलाफ युवाओं को जागृत करेंगे और नये युवा लीडर बनायेंगे। सभी युवा लीडरो को जिला पुलिस प्रशासन द्वारा टी.शर्ट देकर उन्हें पुलिस मित्र व सीमा रक्षक के रूप में पहचान दी गई।
 जिला कलक्टर व जिला पुलिस अधीक्षक ने  भामाशाहों का आभार व्यक्त करते हुए पगड़ी व सम्मान प्रतीक देकर सम्मानित किया। सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग की ओर से एनएपीडीडीआर (नेशनल एक्शन प्लान फॉर ड्रग डिमांड रिड्यूकेशन) के अन्तर्गत श्री विक्रम ज्याणी, सहीराम, लक्ष्या, सौरभ ने नाटक मंचन के जरिए नशे की भयानकता को प्रदर्शित किया। कलाकारों द्वारा सभी युवा लीडरों से अपील की गई कि अब यह नाटक गांव.गांव तक पहुंचाएं।
 कार्यक्रम में एएसपी सतनाम सिंह, भामाशाह  रामाअवतार अन्नपूर्णा रसोई, आदित्य कुमार चितलांगिया,  धर्मवीर डूडेजा, मूलचंद गेरा,  रणजीत सिंह मंटू उपस्थित रहे। आर्ट ऑफ़ लिविंग के टीचर  राजेश पाराशर द्वारा उपस्थितजनों को नशामुक्ति की शपथ दिलाई गई।

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