समेजा कोठी।(सतवीर सिंह मेहरा)विधान सभा चुनाव के बाद अब ग्रामीण नवनिर्वाचित विधायक से विकास की उम्मीद में विश्वास रख चुप है।जनता को विश्वास है कि अबकी बार समेजा उपतहसील में व्याप्त असुविधाओं की अनदेखी नहीं होगी।समेजा में सबसे बड़ी समस्या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की कमी व बिल्डिंग के नवीनीकरण की है।अस्पताल में मात्र 8 बेड लगे हैं जबकि एमरजेंसी 108 से अस्पताल जुड़ा हुआ है।क्षेत्र भी काफी लंबा चौड़ा है।अस्पताल में डॉक्टरों के पद लंबे समय से खाली पड़े हैं।ग्रामीण महिलाओं को महिला डॉक्टर न होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता हैं।महिलाए अपनी समस्या खुलकर डॉक्टर के सामने नही रख पाती।अस्पताल के लिए दानदाता द्वारा आवश्यकता अनुसार जमीन दान देने के बावजूद विभाग ने अस्पताल की बिल्डिंग बनाने में रुचि नही दिखाई,परिणाम स्वरूप कमरों का अभाव है।
समेजा कोठी में दूसरी समस्या पशु चिकित्सालय की है।पशु अस्पताल की बिल्डिंग जर्जर हालत में है।अस्पताल में सुधार नही होने के कारण पशु पालकों को लाभ नही मिल रहा हैं।पशु पालक मजबूरी में निजी डॉक्टरों से जेब कटवा रहे हैं।
समेजा कोठी में सरकारी आयुर्वेदिक अस्पताल काफी समय से बंद पड़ा है।ग्रामीणों को देसी दवाइयों का कोई लाभ नही मिल रहा हैं।
समेजा कोठी में डाक विभाग द्वारा स्पीड पोस्ट की सुविधा होने के बाबजूद स्पीड पोस्ट के लिए रायसिंहनगर जाना पड़ता हैं।विभाग के पास ऑफिस के लिए समेजा में जगह नहीं है।यू कहे की चलता फिरता ऑफिस है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं।सरकार चाहे तो मर्ज किए स्कूल की खाली पड़ी बिल्डिंग में ऑफिस बनाया जा सकता हैं।
समेजा में एनएच हाइवे द्वारा पुलिस थाने के पास बस ठहराव सुविधा युक्त स्टेंड बना हुआ हैं लेकिन रोडवेज बस का वहा ठहराव नही हो रहा हैं।समेजा कोठी में नए विधायक से लोग विकास की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
आखिर कब बदलेगी तस्वीर,सब कर रहे हैं इंतजार।
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