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बीझबायला में नशामुक्ति जागरूकता कार्यक्रम में ग्रामीणों ने लिया नशे से आजादी का संकल्प


 बीझबायला में नशामुक्ति जागरूकता कार्यक्रम में ग्रामीणों ने लिया नशे से आजादी का संकल्प

-शहीद भगत सिंह से प्रेरित होकर युवा बजाएं नशे से आजादी का बिगुलः डॉ. मंजू

श्रीगंगानगर। नशा मुक्त भारत और जिला प्रशासन-पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में ऑपरेशन सीमा संकल्प अभियान के तहत शनिवार को बीझबायला में नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम हुआ। इस दौरान उपस्थितजनों ने नशे से आजादी का संकल्प लेते हुए नशे के खिलाफ एकजुटता दिखाई।

 ऑपरेशन सीमा संकल्प ‘‘ए प्रॉमिस फॉर ड्रग्स फ्री लाइफ’’ के तहत युवाओं में नशे के बढ़ते प्रचलन को रोकने एवम उनको अपने जीवन में अच्छे रोल मॉडल का चुनाव करने के लिए शहीद ए आजम भगत सिंह के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत जिला कलक्टर डॉ. मंजू, जिला पुलिस अधीक्षक श्री गौरव यादव, सीओ श्री संजीव चौहान सहित अन्य अतिथियों द्वारा भगत सिंह व मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से की गई।

 ऑपरेशन सीमा संकल्प के सहप्रभारी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से श्री विक्रम ज्याणी की टीम रेड आर्ट्स थियेटर ग्रुप द्वारा कोरियोग्राफी ‘‘भगत सिंह को मत मारो’’ एवं ‘‘मांगी खुशी और मिली खुदकुशी’’ प्रस्तुत की गई। उक्त कोरियोग्राफी के जरिए विक्रम ज्याणी, लक्ष्या ज्याणी, सहीराम, अनिल सिंह, सौरभ सहारण, नीलम सहारण ने अभिनय करते हुए संदेश दिया कि भगत सिंह युवाओं के आदर्श हैं। 23 साल की उम्र में वे देश के लिए फांसी पर चढ़ गए जबकि आज युवा नशे के लिए जान गवां रहे हैं। दूसरे कार्यक्रम ‘‘मांगी खुशी मिली खुदकुशी’’ में नशे के द्वारा युवक की मौत पर उसकी मां और उसकी छोटी बहन के विलाप ने सभी की आंखें नम कर दी।

 कार्यक्रम में जिला कलक्टर डॉ. मंजू ने कहा कि नशा एक समस्या है, पर क्षेत्र में यह एक बहुत बड़ी गंभीर समस्या है। नशे से लोग, युवा, परिवार बर्बाद हो रहे हैं। उन्होंने उपस्थितजनों से नशे के खिलाफ जन आंदोलन की शुरुआत करने का आह्वान करते हुए कहा कि शहीदे आजम भगत सिंह की जयंती पर नौजवान उन्हें अपना रोल मॉडल मानें। देश को आजादी दिलाने वाले इस महान शहीद से प्रेरित होकर नशे से आजादी का बिगुल बजाएं।

 कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक श्री गौरव यादव ने कहा कि नशा दिमाग को हाईजैक कर लेता है। शुरू में छोटे नशे से शुरू होते हैं और फिर बड़े नशे की ओर बढ़ जाते हैं। एक दिन ऐसा आता है जब सोचने-समझने की सारी शक्ति खत्म हो जाती है। इसलिए पहली ही बार में नशे को ना करना सीखें। नशा अपराध की दुनिया का रास्ता है।

 कार्यक्रम में सीओ श्री संजीव चौहान, तहसीलदार श्रीमती दर्शना इंदलीया, श्री सुखदेव, उप तहसीलदार श्री मुकुल टॉक, नशा मुक्त युवा जागृति टीम बीझबायला के सभी स्कूलों के विद्यार्थी, शिक्षकगण सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे

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