श्रीगंगानगर। माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार एक्शन प्लान के तहत विश्व मानवाधिकार दिवस के तहत विचार संगोष्ठी का आयोजन मंगलवार को टांटिया यूनिवर्सिटी श्रीगंगानगर में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) श्री गजेन्द्र सिंह तेनगुरिया ने की।
श्री तेनगुरिया द्वारा मानवाधिकार, विधिक सहायता, पीड़ित प्रतिकर योजना, संवैधानिक अधिकार व मूल कर्तव्यों व नालसा टोल फ्री नम्बर 15100 के बारे में बताया गया। श्री तेनगुरिया ने कहा कि मानवाधिकार व्यक्तियों और समुदायों को बेहतर कल बनाने के लिए सशक्त बना सकते हैं। मानवाधिकारों की पूरी शक्ति को अपनाकर और उस पर भरोसा करके जिस दुनिया को हम चाहते हैं, उसके मार्ग के रूप में हम अधिक शांतिपूर्ण समान और टिकाऊ बन सकते हैं। मानवाधिकार किस तरह समाधान का मार्ग है, जो अच्छे के लिए निवारक, सुरक्षात्मक और परिवर्तनकारी शक्ति के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमारे दैनिक जीवन में मानवाधिकारों के महत्व और प्रासंगिकता को स्वीकार करने का आह्वान है। यह मानवाधिकारों के लिए एक वैश्विक आंदोलन को फिर से जीवंत करने के लिए कार्रवाई को संगठित करने का समय है।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री जोगेन्द्र कौशिक द्वारा बाल अधिकारों, भिक्षावृति, बाल श्रम, बाल विवाह के संबंध में बने कानूनों के बारे में विस्तापूर्वक बताया गया। पुलिस विभाग की ओर से सी.ओ. ग्रामीण श्री राहुल यादव द्वारा नशा मुक्ति व साईबर अपराध हेतु जारी हेल्पलाईन नम्बर के बारे में बताया गया। डॉ. सौरभ गर्ग अधिष्ठाता विधि संकाय टांटिया यूनिवर्सिटी द्वारा उपस्थित सभी विधि विधार्थियों को बाल अधिकारों, मानव अधिकारों व बाल संरक्षण संबंधी व्याख्यान दिया गया। बाल कल्याण समिति के बैंच मजिस्ट्रेट श्री रामप्रकाश शर्मा द्वारा चाईल्ड हैल्प लाईन 1098, बाल तस्करी के बारे में बताया गया। इसी बीच मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. बृजेश कुमार अग्रवाल भी उपस्थित रहे
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